मुंबई। देश के कारोबार जगत को बड़ी क्षति हुई है। एस्सार ग्रुप के सह संस्थापक शशि रुइया का निधन हो गया है। वो 81 साल के थे। शशि रुइया काफी दिनों से बीमार थे। जानकारी के मुताबिक सोमवार की रात 11 बजकर 55 मिनट पर मुंबई में उनका निधन हुआ। वो पिछले दिनों ही अमेरिका से इलाज कराकर भारत लौटे थे। पीएम नरेंद्र मोदी और अन्य ने शशि रुइया के निधन पर शोक जताया है। मोदी ने अपने शोक संदेश में शशि रुइया को उद्योग जगत का महान व्यक्ति बताया है। शशि रुइया के परिवार में पत्नी मंजू और बेटे प्रशांत रुइया और अंशुमान रुइया हैं।
Shri Shashikant Ruia Ji was a colossal figure in the world of industry. His visionary leadership and unwavering commitment to excellence transformed the business landscape of India. He also set high benchmarks for innovation and growth. He was always full of ideas, always… pic.twitter.com/2Dwb2TdyG9
— Narendra Modi (@narendramodi) November 26, 2024
एस्सार ग्रुप देश के पुराने कारोबारी घरानों में शामिल है। आम तौर पर भारतीय इस कंपनी को ट्रैक्टर के निर्माता के तौर पर जानती है, लेकिन एस्सार ग्रुप स्टील, बिजली, निर्माण, कच्चे तेल की रिफाइनिंग जैसे काम भी करता है। एस्सार ग्रुप ने भारत के मोबाइल फोन सेक्टर में भी काम किया है। एस्सार ग्रुप की स्थापना 1969 में हुई थी। शशि रुइया ने अपने भाई रविकांत रुइया के साथ मिलकर एस्सार ग्रुप की स्थापना की थी। शशि रुइया के पिता एनके रुइया ने उनको कारोबार जगत में करियर शुरु करने के लिए कहा था। सबसे पहले रुइया के एस्सार ग्रुप ने चेन्नई (तब मद्रास) के बंदरगाह पर ब्रेकवाटर का निर्माण किया था।
शशि रुइया को कारोबार का कितना ज्ञान था ये इसी से पता चलता है कि उन्होंने इसका पारिवारिक तौर पर ज्ञान न होने के बाद भी एस्सार ग्रुप को आगे ले जाने का काम किया। शशि रुइया को ये समझ थी कि ट्रेंड के साथ बने रहकर ही कारोबार जगत में कुछ हासिल किया जा सकता है। ऐसे में 1980 के दशक में उन्होंने ऊर्जा क्षेत्र में एस्सार ग्रुप की भागीदारी सुनिश्चित की। वहीं, 1990 के दशक में स्टील उद्योग और मोबाइल सेवा में हाथ आजमाने से गुरेज नहीं किया। आज एस्सार ग्रुप भारत के स्टील कारोबार का बड़ा नाम है।