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Bank Scam: कौन है PNB बैंक घोटाले में भारत लाया गया नीरव मोदी का करीबी सुभाष शंकर?

Bank Scam: जल्द ही नीरव मोदी को भी भारत लाने के रास्ते साफ हो सकते हैं। सीबीआई अब सुभाष शंकर को मुंबई कोर्ट में पेश करेगी। यहां से सुभाष की कस्टडी मांगी जाएगी। अपनी हिरासत में लेने के बाद सीबीआई पीएनबी घोटाले मामले में सुभाष शंकर से अहम पूछताछ करेगी।

नई दिल्ली। CBI को PNB बैंक धोखाधड़ी मामले में बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। 13,578 करोड़ रुपये के पंजाब नेशनल बैंक घोटाले के सिलसिले में नीरव मोदी के करीबी सुभाष शंकर को सीबीआई की टीम मिस्र के काहिरा शहर से मुंबई लेकर आई है। CBI ने एक बड़ा ऑपरेशन चलाते हुए भगोड़े कारोबारी नीरव मोदी के करीबी सहयोगी सुभाष शंकर को काहिरा से भारत वापस लाने में कामयाबी हासिल की। लंबे समय से सीबीआई सुभाष शंकर को भारत लाने की कोशिशों में जुटी थी। CBI ने एक बड़े ऑपरेशन के जरिए इस पूरे काम को अंजाम दिया। 49 साल का सुभाष शंकर 2018 में नीरव मोदी के साथ भारत से भाग गया था। तब से सीबीआई उसे देश वापस लाने की कोशिशों में जुटी हुई थी। सुभाष शंकर पीएनबी बैंक घोटाले के मामले के आरोपियों में से एक है। PNB घोटाला मामले में सीबीआई ने नीरव मोदी पर सबूतों से छेड़छाड़ करने और गवाहों को प्रभावित करने का आरोप लगाया था। उस पर अपने कुछ कर्मचारियों को जबरन अपहरण कर काहिरा ले जाने का भी आरोप है। सुभाष शंकर को नीरव मोदी का सबसे खास माना जाता है। ऐसे में ये उम्मीद जताई जा रही है कि सुभाष के भारत आने के बाद नीरव पर शिकंजा कसने में भी सीबीआई को मदद मिलेगी।

अब माना ये जा रहा है कि, जल्द ही नीरव मोदी को भी भारत लाने के रास्ते साफ हो सकते हैं। सीबीआई अब सुभाष शंकर को मुंबई कोर्ट में पेश करेगी। यहां से सुभाष की कस्टडी मांगी जाएगी। अपनी हिरासत में लेने के बाद सीबीआई पीएनबी घोटाले मामले में सुभाष शंकर से अहम पूछताछ करेगी।बैंक के साथ हुई धोखाधड़ी और घोटाले के दौरान सुभाष शंकर, नीरव मोदी की कंपनी में डीजीएम फाइनेंस के पद पर कार्यरत था। उसे नीरव मोदी का बेहद करीबी और राजदार भी माना जाता है। साल 2018 में इंटरपोल ने पीएनबी घोटाले की जांच कर रही सीबीआई के अनुरोध पर नीरव मोदी, उसके भाई निशाल मोदी और उसके कर्मचारी सुभाष के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था। इस पूरे मामले में नीरव मोदी पर अपने कुछ कर्मचारियों को जबरन अपहरण कर काहिरा ले जाने का आरोप भी लगा था।