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Agnipath: 10वीं-12वीं के छात्र अगर सेना में करना चाहते हैं सेवा, तो इस योजना का उठाएं लाभ

Agnipath: इस स्कीम के बारे में कहा जा रहा है कि अब सभी भर्तियां अग्निपथ स्कीम के जरिए ही होंगी। पुरानी भर्ती प्रक्रिया आने वाले समय में लागू नहीं होगी। इस स्कीम में साढ़े 17 साल से 21 साल के युवा ही अप्लाई कर सकते हैं।

नई दिल्ली। केंद्र सरकार द्वारा लाई गई सेना से संबंधित नई स्कीम अग्निपथ में भर्ती को लेकर युवाओं के मन में कई तरह के सवाल हैं। सेना में कोरोना के चलते करीब दो सालों से भर्ती नहीं हुई है, वहीं दूसरी ओर लॉकडाउन के दौरान ही चुनावी प्रक्रिया निर्बाध रूप से संम्पन्न कराई गई। सरकार के इसी दोगले रवैये से देश के युवा काफी नाराज हैं। इनमें से कई युवाओं का लास्ट अटेम्प्ट भी गुम गया, वो ओवर एज हो गए। तो वहीं कुछ ने मेडिकल टेस्ट पास कर लिया और एग्जाम का इंतजार करते रह गए। कुछ ने एग्जाम भी दे दिया लेकिन रिजल्ट का इंतजार कर रहे हैं। तो ऐसे में क्या अग्निपथ स्कीम उनकी नाराजगी दूर कर पाएगी? अग्निपथ स्कीम से युवाओं को क्या-क्या फायदे मिलेंगे? आइये जानते हैं…इस स्कीम के बारे में कहा जा रहा है कि अब सभी भर्तियां अग्निपथ स्कीम के जरिए ही होंगी। पुरानी भर्ती प्रक्रिया आने वाले समय में लागू नहीं होगी। इस स्कीम में साढ़े 17 साल से 21 साल के युवा ही अप्लाई कर सकते हैं। कोरोना के दौरान रूकी हुई भर्ती की वजह से ओवर एज हुए युवाओं की आयुसीमा में किसी तरह की छूट देने का अभी तक कोई ऐलान नहीं किया गया है। एयरफोर्स चीफ ने इस विषय में बात करते हुए कहा कि आज भी देश के युवा 12वीं के बाद स्किल ट्रेनिंग, हायर एजुकेशन या फिर कोई नौकरी खोजने लगते हैं। हम इन युवाओं को एक साथ तीनों मौके दे रहे हैं।

चयनित अभ्यर्थियों को अच्छी सैलरी मिलेगी, जिससे चार साल में उनका बैंक बैलेंस बन जाएगा। उन्हें स्किल ट्रेनिंग दी जाएगी, जिसके क्रेडिट पॉइंट उन्हें दिए जाएंगे। ये क्रेडिट पॉइंट उन्हें चार साल बाद हायर एजुकेशन लेने में मदद करेगी। मिली जानकारी के अनुसार, अग्निवीर के प्रत्येक बैच से लगभग 25 प्रतिशत को परमानेंट करने का ऑप्शन दिया जाएगा। बाकी सभी की सर्विस 4 साल की ही रहेगी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि ‘चार साल बाद इन युवाओं के पास कई मौके होंगे। कई मंत्रालय, पीएसयू और कुछ राज्यों ने भी उन्हें लेने पर सहमति जताई है।’ इन जवानों के रिटायरमेंट के बाद उन्हें किसी तरह की पेंशन नहीं दी जाएगी और न ही एक्स सर्विसमैन को मिलने वाली दूसरी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। हालांकि, सर्विस के दौरान उन्हें जवानों को मिलने वाली सारी सुविधाएं मिलेंगी। साथ ही सेवा निधि स्कीम के तहत पैसे जमा किए गए पैसे दिए जाएंगे, जो चार साल में करीब 11 लाख रुपये हो जाएंगे। चार साल की सर्विस के दौरान इन युवाओं को 30-40 हजार रुपये तक का वेतन मिलेगा।

गौरतलब है, कि डिफेंस बजट का एक बड़ा हिस्सा जवानों को दी जाने वाली पेंशन में खर्च हो जाता है। इसलिए इस खर्चे को कम करने के विषय पर काफी वक्त से चर्चा हो रही थी। अग्निपथ स्कीम के तहत बचने वाले पेंशन के पैसे को सेना के आधुनिकीकरण में इस्तेमाल किया जा सकेगा। हालांकि, राजनाथ सिंह का कहना है कि ‘आर्म्ड फोर्स को जितने भी पैसे की जरूरत है हम उतना खर्च करने के लिए तैयार हैं।’