नई दिल्ली। मन में करना का कुछ जज्बा होना चाहिए, कामयाबी हमेशा आपके कदम चूमेगी । ऐसी ही है एक मिशाल पेश की है किसान मजदूर सलाउद्दीन के बेटे इरफान ने। हाल ही में उत्तर प्रदेश बोर्ड ऑफ संस्कृत सेकेंडरी एजुकेशन हाईस्कूल और इंटर के नतीजे जारी किए थे। खास बात ये है कि इंटर के नतीजों में यूपी के चंदौली के एक मुस्लिम छात्र मोहम्मद इरफान ने इतिहास रच दिया है। इरफान ने इंटर के एग्जिम में 82.71 प्रतिशत अंक के साथ टॉप स्थान हासिल किया है। 12वीं में टॉप करने वाले इरफान की इच्छा है कि वो आगे भी संस्कृत भाषा में पढ़ाई करना चाहते है इरफान की इच्छा है कि वो भविष्य में संस्कृत के टीचर बने। खास बात ये है कि मेरिट सूची में टॉप 20 में इरफान एकलौते मुस्लिम स्टूडेंट है।
इरफान की इस कामयाबी की चौतरफा वाहवाही हो रही है। परिवार से लेकर स्कूल के टीचर भी उसकी इस सफलता से काफी खुश है। इरफान की परिवार काफी गरीब है। उसके पिता सलाउद्दीन खेती और मजदूरी करके घर का गुजरा करते है। वहीं बेटे को इंटर में मिली इस कीर्तिमान से अब उनका खुशी का ठिकाना नहीं है। इरफान ने पिता ने एक अंग्रेजी वेबसाइट से बात करते हुए बताया कि बेटे की पढ़ाई में पहले से दिलचस्पी थी और पढ़ाई तेज भी है। लेकिन पैसों की कमी के चलते निजी स्कूल में दाखिला करने के लिए पैसे नहीं थे। इसके बाद सलाउद्दीन को संपूर्णानंद संस्कृत स्कूल के बारे में पता चला। जहां पर स्कूल की फीस बेहद ही कम थी और फिर इरफान का दाखिला करवाया।
वहीं इरफान की मार्कशीट पर नजर डाले तो, उसे संस्कृत में कम नंबर मिले हो लेकिन अन्य विषयों में इरफान अच्छे अंक प्राप्त किए है। इसकी बदौलत इरफान ने उत्तर प्रदेश बोर्ड ऑफ संस्कृत सेकेंडरी एजुकेशन में टॉप स्थान हासिल किया है। इरफान ने अनिवार्य संस्कृत प्रथम में 50 में 19 अंक प्राप्त किए हैं, वहीं अनिवार्य संस्कृत द्वितीय में 20 नंबर मिले हैं। अन्य विषयों की बात करे तो, इरफान ने साहित्य-I में 100 में से 93, साहित्य II में 83, हिंदी में 82, समाजशास्त्र में 87, ज्योग्राफी में 97 और इंग्लिश में 70 अंक हासिल किए हैं। इरफान को प्रथम खंड में 700 में 607 और द्वितीय खंड में 700 में 551 नंबर हासिल किए। कुल मिलाकर दोनों सालो में उसने 1400 में 1158 अंक प्राप्त किए है। जिसकी बदलौत टॉप स्थान हासिल किया है।