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बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी हुई शुरू, टीवी पर कक्षाएं जारी

ऐसे छात्र जो 9वीं से 10 वीं और 11 वीं से 12 वीं कक्षा में पहुंचे हैं, उनके लिए स्कूल बंद होने के बावजूद विशेष कक्षाओं की व्यवस्था की गई है। यह विशेष व्यवस्था अगले वर्ष होने वाली छात्रों की बोर्ड परीक्षा के मद्देनजर की जा रही है।

नई दिल्ली। ऐसे छात्र जो 9वीं से 10 वीं और 11 वीं से 12 वीं कक्षा में पहुंचे हैं, उनके लिए स्कूल बंद होने के बावजूद विशेष कक्षाओं की व्यवस्था की गई है। यह विशेष व्यवस्था अगले वर्ष होने वाली छात्रों की बोर्ड परीक्षा के मद्देनजर की जा रही है।

इस व्यवस्था के अंतर्गत छात्रों की ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करने से लेकर उनको ऑनलाइन और टीवी चैनलों के माध्यम से नियमित तौर पर सिलेबस की पढ़ाई करवाई जा रही है। बोर्ड परीक्षाओं में शामिल होने वाले छात्रों के लिए बकायदा विशेष रूप से से टीवी चैनल पर पाठ्यक्रम लांच किए गए हैं।

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मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा, “12वीं कक्षा में पढ़ने वाले एनआईओएस के छात्र स्वयं प्रभा के चैनल नंबर 28 का इस्तेमाल कर सकते हैं शैक्षणिक पाठ्यक्रम हेतु यह चैनल दूरदर्शन व जिओ टीवी टीवी पर निशुल्क उपलब्ध है।” इसके अतिरिक्त बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए वीडियोकॉन डी2एचए, एयरटेल डिजिटल टीवी और टाटा स्काई पर भी निशुल्क चैनल उपलब्ध करवाए गए हैं। सरकार विभिन्न विद्यालय एवं सरकार प्रत्येक कक्षा के लिए मोबाइल फोन व्हाट्सएप यूट्यूब आदि पर पाठ्य सामग्री उपलब्ध करवा रही है। लेकिन अब ऐसे छात्रों को भी ध्यान में रखकर योजना बनाई गई है जिनके पास फिलहाल इंटरनेट की उपलब्धता नहीं है।

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केंद्रीय मंत्री निशंक ने कहा, “एमएचआरडी हर छात्र तक पहुंचने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। मेरा मानना है कि सीखने की उत्सुकता इंटरनेट की गैर-उपलब्धता तक सीमित नहीं हो सकती है। इस प्रकार डिजिटल डिवाइड को संबोधित करने के लिए एमएचआरडी ने अपने प्लेटफॉर्म पर टाटा स्काई और एयरटेल डी2एच ऑपरेटरों पर स्वयं प्रभा चैनलों को प्रसारित करने के लिए सूचना और प्रसारण मंत्रालय के साथ करार किया है।

Nishank Pokhariyal HRD
निशंक ने कहा, “अब भारत में कहीं भी एक छात्र इन चैनलों के लिए डीटीएच सेवा प्रदाता से अनुरोध कर सकता है, बिना किसी अतिरिक्त लागत के। क्योंकि ये एयर चैनल को अपनी शिक्षा जारी रखने के लिए स्वतंत्र हैं और इस कठिन परिस्थिति में घर बैठे भी कोविड-19 के दुर्भाग्यपूर्ण प्रकोप के कारण उत्पन्न होते हैं।”