
नई दिल्ली। भगवंत मान सरकार ने पंजाब में सरकारी नौकरी पाने के लिए पंजाबी भाषा का ज्ञान अनिवार्य कर दिया है। इसकी घोषणा CM भगवंत मान ने खुद की है। उन्होंने एक ट्वीट करते हुए कहा कि ”सरकारी नौकरियों के लिए पंजाबी टेस्ट जरूरी हैं, और टेस्ट में 50 प्रतिशत अंक जरूरी होंगे।” उन्होंने कहा कि ”मां बोली पंजाबी में पूरी दुनिया में हमारी पहचान है। पंजाबी को हर पक्ष से प्रफुल्लित करना हमारी सरकार का मुख्य मकसद है।”
ग्रुप C और ग्रुप D में होगा लागू
मान सरकार का ये आदेश ग्रुप सी और डी की सरकारी भर्ती में लागू होगा। ग्रुप सी में क्लेरिकल स्टाफ आएगा। वहीं डी ग्रुप में चपरासी, सफाई ,कर्मचारी जैसे क्लास फोर कर्मचारी आएंगे। पंजाब सरकार के इस आदेश से इन पदों पर पंजाबी मूल या फिर स्कूलों में पंजाबी भाषा पढ़ने वालों को नौकरी के ज्यादा अवसर मिलेंगे। आने वाले समय में पंजाब की सरकार 26,754 पदों पर सरकारी भर्ती करने वाली है, इस लिहाज से ये काफी बड़ा फैसला है।
ਪੰਜਾਬ ਪੰਜਾਬੀਅਤ ਪਹਿਲਾਂ!
ਸਰਕਾਰੀ ਨੌਕਰੀਆਂ ਲਈ ਯੋਗਤਾ ਟੈਸਟ ‘ਚ ਮਾਂ ਬੋਲੀ ਪੰਜਾਬੀ ਨੂੰ ਲਾਜ਼ਮੀ ਕੀਤਾ ਹੈ…ਟੈਸਟ ‘ਚ ਘੱਟੋ-ਘੱਟ 50% ਅੰਕ ਲਾਜ਼ਮੀ ਹੋਣਗੇ।
ਮਾਂ-ਬੋਲੀ ਪੰਜਾਬੀ ਪੂਰੀ ਦੁਨੀਆ ‘ਚ ਸਾਡੀ ਪਹਿਚਾਣ ਹੈ…ਪੰਜਾਬੀ ਨੂੰ ਹਰ ਪੱਖੋਂ ਪ੍ਰਫੁੱਲਿਤ ਕਰਨਾ ਸਾਡੀ ਸਰਕਾਰ ਦਾ ਉਦੇਸ਼ ਹੈ
— Bhagwant Mann (@BhagwantMann) May 25, 2022
कितनी भर्तियां निकाली गई?
इनमें से कई पदों की भर्तियां निकाली जा चुकी हैं। वहीं, कई के विज्ञापन आने बाकी हैं। पंजाबियों के अलावा, बाहरी लोगों को ये नौकरियां न मिलें, इसके लिए मान सरकार ने ये कदम उठाया है। इन पदों पर सबसे ज्यादा गिनती ग्रुप सी और ग्रुप डी कैटेगरी की ही है।