नई दिल्ली। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने छात्रों और उच्च शिक्षा संस्थानों को एक अहम चेतावनी जारी करते हुए फर्जी और भ्रामक नोटिस से सतर्क रहने को कहा है। आयोग ने यह कदम सोशल मीडिया पर फैल रही झूठी और भ्रामक सूचनाओं को ध्यान में रखते हुए उठाया है। आयोग के अनुसार, हाल के दिनों में ओपन एंड डिस्टेंस लर्निंग (ODL) और ऑनलाइन (OL) कार्यक्रमों के बारे में कई झूठी सूचनाएं सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। इन फर्जी नोटिसों में छात्रों को गुमराह करने वाली जानकारी दी जा रही है, जो न केवल उनकी शैक्षणिक यात्रा को प्रभावित कर सकती है, बल्कि संस्थानों की छवि को भी नुकसान पहुंचा सकती है। यूजीसी ने स्पष्ट किया है कि सभी आधिकारिक सूचनाएं केवल दो आधिकारिक वेबसाइटों के माध्यम से जारी की जाती हैं:
छात्रों और संस्थानों से अनुरोध किया गया है कि वे केवल इन्हीं पोर्टल्स पर उपलब्ध सूचनाओं को सही मानें।
जनहित में जारी की गई अपील
यूजीसी ने अपने बयान में कहा, “यह नोटिस जनहित में जारी किया गया है ताकि छात्रों और उच्च शिक्षा संस्थानों को फर्जी और भ्रामक सूचनाओं से बचाया जा सके। यदि किसी भी व्यक्ति, संगठन, या संस्था द्वारा इस प्रकार का उल्लंघन किया जाता है, तो उसकी सूचना तत्काल यूजीसी को दी जानी चाहिए।”
Planning to Enroll in Online or Distance Learning Programmes?
Here are essential precautions to ensure your admission is valid and recognised:
🔍 Verify the institution’s recognition on the UGC-DEB website.
❌ Avoid programmes offered via franchising or outside territorial… pic.twitter.com/lto4ZDD0tU— UGC INDIA (@ugc_india) December 10, 2024
फर्जी नोटिस की पहचान और रिपोर्टिंग
आयोग ने छात्रों और संस्थानों को सलाह दी है कि वे अनधिकृत नोटिसों की पहचान करने और रिपोर्ट करने में सतर्क रहें। साथ ही, यूजीसी ने यह भी अपील की है कि इस प्रकार के मामलों को सही समय पर रिपोर्ट किया जाए ताकि दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जा सके।
सावधान रहने की सलाह
यूजीसी के इस कदम को छात्रों और संस्थानों को बढ़ती धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े से बचाने के लिए एक महत्वपूर्ण प्रयास माना जा रहा है। यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि सभी शिक्षा से जुड़े निर्णय सही और विश्वसनीय स्रोतों पर आधारित हों।