नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए 88 सीटों पर 1206 उम्मीदवार मैदान में हैं। 13 राज्यों की इन 88 सीटों पर वोट डालने के लिए 1.67 लाख मतदान केंद्र बनाए गए हैं। लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में 16 करोड़ वोटर अपना प्रतिनिधि चुनकर संसद भेजने वाले हैं। इस चरण में 390 करोड़पति उम्मीदवार भी ताल ठोक रहे हैं। इनमें से 105 प्रत्याशी निर्दलीय हैं। पहले चरण में 450 करोड़पति उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो चुकी है।
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स यानी एडीआर ने दूसरे दौर के प्रत्याशियों की तरफ से चुनाव आयोग को दिए शपथपत्रों का हवाला देते हुए बताया है कि दूसरे दौर में प्रत्याशियों की औसत संपत्ति 5.17 करोड़ है। एडीआर के अनुसार 47 प्रत्याशियों ने चुनाव आयोग को अपना पैन नंबर नहीं दिया है। वहीं, 6 प्रत्याशियों ने शून्य संपत्ति बताई है। एडीआर की रिपोर्ट बताती है कि कर्नाटक में सबसे ज्यादा 80 करोड़पति चुनाव मैदान में हैं। केरल में 63 करोड़पति उम्मीदवार दूसरे चरण में हैं। महाराष्ट्र में 60 प्रत्याशी करोड़पति हैं। राजस्थान में 49, यूपी में 42, मध्यप्रदेश में 26, असम में 19, बिहार में 14, छत्तीसगढ़ में 13, पश्चिम बंगाल मे 12, जम्मू-कश्मीर में 9 और त्रिपुरा में 3 करोड़पति प्रत्याशी दूसरे चरण में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार दूसरे चरण में बीजेपी के 69 प्रत्याशियों में से 64, जेडीयू के सभी 5, टीएमसी के सभी 4, ठाकरे गुट वाली शिवसेना के सभी 4, सपा के सभी 4, शिवसेना के सभी 3, कांग्रेस के 68 में से 62, सीपीएम के 18 में से 12 और सीपीआई के 5 में से 2 प्रत्याशी करोड़पति हैं। इन सभी ने 1 करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्ति घोषित की है। इसे देखने से साफ पता चलता है कि ज्यादातर पार्टियों में करोड़पति उम्मीदवारों को मैदान में उतारने का चलन दिख रहा है।