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PM Narendra Modi In Barmer : पीएम मोदी ने ऐसा क्यों बोला, बाबा साहेब आंबेडकर खुद आ जाएं तो भी संविधान को खत्म नहीं कर सकते? जानिए…

PM Narendra Modi In Barmer : पीएम ने निशाना साधते हुए कहा कि इंडी गठबंधन में शामिल एक और पार्टी ने अपने घोषणापत्र में देश के खिलाफ बात की है। उनका कहना है कि वे भारत के परमाणु हथियारों को नष्ट कर देंगे।

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज राजस्थान के बाड़मेर में संविधान को लेकर कांग्रेस पर जमकर बरसे। इस दौरान उन्होंने संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर का भी जिक्र किया। पीएम मोदी ने कहा कि जिस कांग्रेस ने 70 सालों तक देश में राज करते हुए सिर्फ भ्रष्टाचार किया हो, जिस कांग्रेस ने अपने शासनकाल में आपातकाल लगाकर संविधान को खत्म करने की कोशिश की हो वो कांग्रेस आज मुझ पर संविधान खत्म का आरोप लगा रही है।

पीएम बोले, कांग्रेस लोगों को मेरे बारे में दुष्प्रचारित करते हुए भ्रम फैला रही है कि अगर मोदी फिर सत्ता में आ गया तो संविधान को खत्म कर देगा। प्रधानमंत्री ने कहा, मैं आपको बता दूं अगर संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर खुद भी आ जाएं तो वो भी संविधान को खत्म नहीं कर सकते। हमारी सरकार के लिए गीता, रामायण, महाभारत, कुरान, बाइबिल यही संविधान हैं। मोदी ने कहा कि जब मैंने देश में पहली बार संविधान दिवस मनाना शुरू किया तो कांग्रेस नेताओं ने संविधान दिवस मनाने का भी विरोध किया। यहीं से कांग्रेस की मानसिकता समझी जा सकती है।

कांग्रेस के घोषणा पत्र पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के घोषणा पत्र में मुस्लिम लीग की छाप दिखती है। पीएम ने निशाना साधते हुए कहा कि इंडी गठबंधन में शामिल एक और पार्टी ने अपने घोषणापत्र में देश के खिलाफ बात की है। उनका कहना है कि वे भारत के परमाणु हथियारों को नष्ट कर देंगे। जब हमारे दो पड़ोसी परमाणु हथियारों से लैस हैं तो क्या हमारे परमाणु हथियारों को नष्ट कर देना चाहिए? यह कैसा गठबंधन है जो भारत को शक्तिहीन बनाना चाहता है?

प्रधानमंत्री ने कहा कि मोदी उन लोगों की पूजा करता है, जिनकी कांग्रेस को परवाह तक नहीं थी। हम आदिवासियों के बच्चों की मदद के लिए ‘एकलव्य मॉडल आवासी स्कूल’ खोल रहे हैं। हमारी सरकार उन्हें स्किल सेल एनीमिया से मुक्ति दिलाने के लिए अभियान चला रही है। कांग्रेस ने हमेशा आदिवासियों के साथ छल किया है, कभी भी आदिवासियों को समाज में आगे नहीं बढ़ाया है जबकि हमारी सरकार ने द्रौपदी मुर्मू के रूप में देश को पहला आदिवासी राष्ट्रपति दिया है।