नई दिल्ली। छोटे पर्दे पर टॉप पर रहने वाला शो ‘अनुपमा’ में बड़ा ड्रामा देखने को मिल रहा है। इन दिनों अनुपमा और मालती देवी के बीच की जंग देखने को मिल रही है। हालांकि अनुपमा मालती देवी की हर चाल का मुंहतोड़ जवाब दे रही है। बीते एपिसोड में आपने देखा कि अनुपमा उस घर में डिलीवरी लेकर पहुंच गई है, जहां मालती देवी अपनी दोस्त से मिलने के लिए गई है।अनुपमा को सामने देखकर मालती देवी बहाना बनाती है कि अनुपमा को गरीबों की मदद करने का शौक है, इसलिए वो ऐसा करती है
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मालती देवी ने अड़ाई फिर टांग
आज के एपिसोड में आप देखेंगे कि अनुज, अनुपमा और छोटी मिलकर अनाथ आश्रम के बच्चों के लिए गिफ्ट पैक करते हैं। अनुज और अनुपमा मिलकर छोटी को डोनेट करने का महत्व समझाते हैं। वो कहते है कि कुछ लोगों के पास बहुत कम होता है और हम लोगों के पास भगवान का दिया सब कुछ है तो हमें उनकी मदद करनी चाहिए। पीछे से मालती देवी सब कुछ सुन रही है। तभी छोटी मैथ्य का एक सवाल सॉल्व नहीं कर पाती है और मालती देवी वहीं राग अलाप लगती है कि छोटी को ट्यूटर की जरूरत है। वो कहती है कि अब बच्चों की पढ़ाई पहले जैसे नहीं रही है..और अनुपमा के पास समय नहीं है। अब मालती देवी की बात अनुज को भी सही लगने लगी है। जिसके बाद अनुपमा दिवाली की तैयारी में लग जाती है और रंगोली बनाती है। अनुज भी अनुपमा की मदद करता है और दोनों की बीच मीठा सा रोमांस भी होता है।
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अनुपमा ने दिया अपनी सास को मुंह तोड़ जवाब
दूसरी तरफ कपाड़िया हाउस में वनराज और बाकी सब समर को याद करते हुए नाचते हुए दिवाली मनाते हैं लेकिन कुछ पड़ोसी आकर उन्हें ताना देते हैं कि बेटे की मौत को कुछ महीने भी नहीं हुए और ये नाच-गा रहे हैं..सब बेशर्म हो गए हैं। अब वनराज शाह इज बैक…वो पड़ोसियों की क्लास लगा देता है और उन्हें सुनाकर बाहर भेज देता है। वहीं कपाड़िया हाउस में गुरु मां गलत तरीके से अनुपमा की डिलीवरी वाली बात सबको बताती है। सबसे ज्यादा अनुज हैरान होता है तो अनुपमा बताती है कि बा और बापूजी ने नया काम शुरू किया है।वो बस मदद कर रही थी।
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अनुज गुस्सा करता है कि अगर बा और बाबूजी परेशानी में थे तो बताना चाहिए था, हम उनके लिए कुछ करते लेकिन अनुपमा कहती है कि वो मदद के नाम पर किसी के सामने हाथ नहीं फैलाना चाहते थे। वो अपने स्वाभिमान के लिए काम कर रहे थे लेकिन मालती देवी का कहना है कि वो लोग बूढ़े हैं..लेकिन अनुपमा कहती है कि ये शरीर है और उससे काम लेते रहना चाहिए, नहीं तो जंग लग जाता है।यहां भी अनुज अनुपमा का साथ देता है और मालती देवी का ये प्लान फिर फेल और जाता है। मालती देवी फैसला लेती है कि वो अनुपमा का बैंड बजाकर दी दम लेगी, क्योंकि एक दिन अनुपमा अनुज की सारी प्रॉपर्टी शाह्स के नाम कर देगी।