नई दिल्ली। अवतार: द वे ऑफ़ वॉटर या कह लें अवतार 2 सिनेमाघर में रिलीज़ हो गई हैं और यहां हम इसी फिल्म का रिव्यू करने वाले हैं। अवतार : द वे ऑफ़ वॉटर का निर्देशन जेम्स कैमेरॉन ने किया है। जेम्स कैमेरॉन का विश्वभर के सिनेमा जगत में बोलबाला है। ये वो डायरेक्टर हैं जिनकी फिल्म देखने के लिए दर्शक सिनेमाघर के बाहर सुबह 5 बजे से लाइन लगा देते हैं। कुछ जगह तो जेम्स कैमेरॉन की फिल्म को देखने के लिए सुबह 3 बजे के भी शो लगे होते हैं और लोगों की भीड़ फिल्म को देखने के लिए बेताब रहती है। आज के समय में जब फिल्म बॉक्स ऑफिस पर जी जान लगाकर भी कमाई नहीं कर पाती है वहीं हॉलीवुड की इस फिल्म का दर्शक खुले हाथों से स्वागत करते हैं। अवतार: द वे ऑफ़ वॉटर, अवतार का दूसरा भाग है। अवतार 2 को जोश फ्रीडमन, शेन सलेर्नो, रिक जफ्फा, अमांडा सिल्वर और जेम्स कैमेरॉन ने साथ मिलकर लिखा है। फिल्म की सिनेमैटोग्राफी रसेल कारपेंटर और फिल्म की एडिटिंग स्टेफेन ए. रिव्किन, डेविड ब्रेंनेर और जॉन रफौआ ने किया है। weta एफ़एक्स कम्पनी ने फिल्म के विसुअल इफ़ेक्ट का काम संभाला है। जानकारी खत्म हुई फिल्म का रिव्यू शुरू करते हैं।
फिल्म की कहानी
जिन्होंने अवतार का पहला पार्ट देखा होगा उनके लिए फिल्म की कहानी समझना आसान होगा। क्योंकि अवतार 2 वहीं से शुरू होती है जहां पर पहली वाली खत्म हुई थी। हमने देखा था कैसे जैक सुली नावी का हिस्सा बन गए थे और नयित्री ने कर्नल माइल्स को मार दिया है। लेकिन अवतार 2 कर्नल माइल्स मारा नहीं गया है बल्कि अभी भी जिन्दा है और वो जैक सुली को खत्म करना चाहता है। जैक सुली उन्हीं खूबसूरत जंगल में अपने परिवार के साथ रहता है। जहां वो नावियों का सरदार है और उनका प्रतिनिधत्व करता है। क्योंकि अब पृथ्वी खत्म हो रही है ऐसे में पृथ्वी के लोग चाहते हैं कि वो पैंडोरा पर कब्ज़ा कर लें। लेकिन नावी उनकी सबसे बड़ी मुसीबत हैं। वहीं नावियों का सरदार जैक सुली है जो ऐसा होने देना नहीं चाहता है और कर्नल माइल्स, जैक सुली को मार डालना चाहता है। कर्नल माइल्स, जैक को मारने की तैयारी करके जंगल आता है जहां कर्नल का सामना जैक के बच्चों नेतेयम और लोक,जैक की बेटी टुक और किरी और उनके साथ रहने वाला लड़का स्पाइडर से होता है। काफी लड़ाई के बाद कर्नल माइल्स स्पाइडर को उठाकर अपने साथ ले जाने में सफल हो जाता है।
ऐसे में, सभी नावियों की जान खतरे में न पड़े इसलिए जैक, पैंडोरा से अपना परिवार लेकर ताऊनुई गांव चला जाता है। ये भी नावियों का ही एक गांव है जो कि समुद्र तट के पास रहते हैं और वहीं जीवन व्यतीत करते हैं। जैक उनसे वहां पनाह मांगता है लेकिन वो जैक को ये कहकर टालने की कोशिश करते हैं कि जंगल का जीवन और पानी का जीवन और रहन-सहन दोनों अलग है। लेकिन जैक उन्हें राजी कर लेता है। जैक और उसका परिवार, समुद्र में रहने वाले नावियों के साथ रहन-सहन का सामंजस्य स्थापित करने में लग जाते हैं।
लेकिन एक बड़ा हमला जैक का इंतज़ार कर रहा होता है। जैसे ही कर्नल माइल्स को जैक के बारे में पता चलता है वो तुरंत और भी बड़ी सेना के साथ जैक पर आक्रमण करने की योजना बना लेता है। जैक के परिवार के साथ, समुद्र तट पर रहने वाले सभी नावियों की जान भी खतरे में पड़ जाती है। नावी और कर्नल माइल्स के बीच एक भयंकर जंग होती है जिसमें जैक के परिवार से लेकर सभी नावियों की जान खतरे में होती है। अब क्या जैक खुद को और अपने परिवार को बचा पाएगा ? क्या कर्नल माइल्स सभी नावियों को खत्म कर देगा। क्या पृथ्वी वाले पैंडोरा और ताऊनुई जैसे गांव से नावियों को खत्म कर देंगे ? इन सभी सवालों के जवाब के लिए आपको देखना होगा अवतार: द वे ऑफ़ वॉटर।
कैसी है कहानी
जेम्स कैमेरॉन की फिल्म की चर्चा खूब है। उनकी फिल्मों के बारे में टिप्पणी करने से भी डर लगता है। लेकिन एक सवाल हमेशा मन में आता है कि अगर भारत का कोई डायरेक्टर ऐसी फिल्म बनाता तो क्या उसे भी ऐसी ही प्रशंसा मिलती या फिर क्योंकि इसे हॉलीवुड के मेकर्स ने बनाया है इसलिए हम अभी भी गुलामी की जंजीरों में जकड़े हुए इस फिल्म की खुले दिल से प्रशंसा करने में लग जाते हैं और सुबह 3 बजे से लाइन लगा देते हैं,फिल्म देखने के लिए।
अगर फिल्म के बारे में बात करें तो अगर आपको इस तरह की विज़ुअल्स इफेक्ट्स पर आधारित फिल्म पसंद हैं। अगर आप एडवेंचर फिल्में पसंद करते हैं। अगर आपको एक अलग अनुभव वाली फिल्म देखना है तो आप इस फिल्म को जरूर से जरूर देख सकते हैं। व्यक्तिगत रूप से मैं कहूं तो एक अलग अनुभव करने के लिए आपको ये फिल्म एक बार जरूर देखनी चाहिए।
इस फिल्म में बेहतरीन विसुअल इफ़ेक्ट, इमोशन, कॉमेडी, और ड्रामा के साथ भरपूर मात्रा में एक्शन भी है। मतलब जब आप फिल्म देखने बैठेंगे तो आपको इंटरवल और फिल्म कब खत्म हो जाती है इसका अंदाज़ा ही नहीं लगेगा।
ये फिल्म एक बार आपको अपनी जर्नी पर ले जाएगी और फिर आप इसके खूबसूरत विज़ुअल्स में ऐसे खो जाएंगे कि आपको आस-पड़ोस की दुनिया का ख्याल भी नहीं आएगा। अवतार के पहले पार्ट में हमने जंगल की खूबसूरत दुनिया का एहसास किया था इस बार हम समुद्र की अद्भुत दुनिया और दृश्यों को महसूस करेंगे।
कैमेरॉन के सिनेमा में ख़ास बात है कि वो दृश्यों को आपकी सोच के कई गुना आगे बढ़कर दिखाते हैं वो ऐसा कुछ दिखाते हैं जो न ही आपने पहले देखा है और न आपने पहले कभी सोचा है। ये नए दृश्य आपके साथ सभी उम्र वर्ग के लोगों को मनोहर लगते हैं। बेहतरीन सिनेमाटोग्राफी, एडिटिंग के साथ फिल्म में वीएफ़एक्स के शानदार प्रयोग के लिए जितनी भी तारीफ की जाए वो कम है। ऐसा सिनेमा का अनुभव आप सिर्फ इन्हीं फिल्मों को सिनेमाघर में देखकर अनुभव सकते हैं।
फिल्म को उसके विसुलाइज़ेशन में फुल मार्क्स मिलते हैं। लेकिन अगर फिल्म की कहानी की बात करें तो वो सामान्य है उसमें विशिष्टता की कमी है। फिल्म की कहानी अलग और अद्भुत नहीं है। एक सामान्य सी कहानी है लेकिन उसे प्रस्तुत करने का अंदाज़ या सिनेमा की भाषा में कहें तो फिल्म का ट्रीटमेंट बेहतरीन है।
अगर कलाकारों की एक्टिंग की बात करें तो सभी ने कमाल का काम किया है। छोटे बच्चे टुक से लेकर लोक और स्पाइडर सभी का काम अच्छा है। जैक और नेतिरी के इमोशन भी बेहतरीन दिखे हैं।
फिल्म में दृश्यों के साथ संवाद भी अच्छे हैं और आखिरी के 50 मिनट आप अपनी नज़रों को स्क्रीन से हटा भी नहीं सकेंगे। आपको जहां शानदार दृश्य देखने को मिलते हैं वहीं क्लाइमैक्स में खतरनाक एक्शन देखने को भी मिलता है।
पूरी कहानी में आप इस बात में हो खोए रहते हैं कि आखिर अब आगे क्या होने वाला है।
हालांकि कहानी बड़ी भी बहुत है जिसके कारण कुछ दृश्य आपको कभी कभी उबाऊ लग सकते हैं लेकिन ओवरऑल फिल्म देखने के बाद आपका अनुभव बेहतरीन रहने वाला है। पानी के अंदर के दृश्य इस फिल्म के आकर्षण के मुख्य बिंदु है।
इसके अलावा फिल्म की कहानी का जुड़ाव ऐसा है जो आपको कहीं से भी ये महसूस नहीं होने देता है कि आप इस फिल्म से जुड़ नहीं पा रहे हैं। बल्कि आप इस कहानी और फिल्म दोनों से शुरू से लेकर अंत तक जुड़े रहते हैं।
“फिल्म को हमारी तरफ 4 स्टार।”
फिल्म के कुछ संवाद आपके लिए –
“मुसीबत से भागकर घर में नहीं घुसते हैं। ये हमारा घर है, गढ़ है और हम यहीं डेट रहेंगे।”
“सब साथ साथ हैं यही हमारी कमजोरी थी और यही हमारी अब ताकत है।”
“पिता अपनी संतान की रक्षा करता है और रक्षा करना पिता का धर्म है।”
“खुशियां जितनी आसानी से मिलती हैं उतनी ही आसानी से खो जाती हैं।”