नई दिल्ली। फिल्म ‘आदिपुरुष’ अपनी रिलीज के साथ ही विवादों में आ गई थी। फिल्म को रिलीज हुए एक हफ्ते से ज्यादा हो गया। लेकिन फिल्म को लेकर घमासान थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। फिल्म के निर्माता ओम राउत और संवाद लेखक मनोज मुंतशिर को देश भर से कड़ी आलोचनाओं का सामना करना पर रहा है। इनपर लगातार धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप भी लगाए जा रहे हैं। फिल्म में लेखक मनोज मुंतशिर के द्वारा जो संवाद लिखे गए उसपर काफी बवाल मचा। इन संवादों को स्तरहीन बताया जा रहा है। लोग मनोज मुंतशिर के प्रति खासा रोष प्रकट करते नजर आ रहे हैं। इसी बीच अब कुछ ऐसा हुआ है जिसके बारे में हमारे मुंतशिर साहब ने सोचा भी नहीं होगा। तो चलिए आपको बताते हैं कि आखिर पूरा माजरा क्या है?
दरअसल, फिल्म आदिपुरुष के लेखक मनोज मुंतशिर को मुंबई से वाल्मीकि रामायण भेजी गईं हैं। जी हां हनुमान मंदिर में रामायण की पूजा करने के बाद इन्हें मनोज मुंतशिर के घर भेजा गया। इसके अलावा गोस्वामी तुलसीदास जी की रामायण की एक किताब भी लेखक के घर पर भेजी गई है।
आपको बता दें कि मनोज मुंतशीर को वाल्मिकी रामायण और गोस्वामी तुलसीदास रामायण कुरियर के माध्यम से उनके घर पर भेजी गई हैं।
रामायण की ये दोनों किताबे हिन्दू संगठन आत्मसम्मान मंच की ओर से लेखक के घर पर भेजी गई हैं। इस संगठन के अध्यक्ष नित्यानंद शर्मा ने कहा- ‘फिल्म में भगवान हनुमान जी के लिए जो डायलॉग लिखे गए हैं। इससे हम बहुत आहत हुए हैं और जानबूझकर ये डायलॉग लिखे गए हैं। इसलिए हमने उन्हें असली रामायण की किताबें पढ़ने भेजी हैं।
मनोज मुंतशिर से ये पाप हुआ है। ऐसे में इस पाप के प्रायश्चित के लिए हम ये महाकाव्य उनको भेज रहे हैं। ताकि वो भविष्य में ऐसी गलतियां न करें।’