नई दिल्ली। राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) और अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) की सुपरहिट फिल्म ‘आनंद’ (Anand) आज ही के दिन साल 1971 में रिलीज हुई थी। ये क्लासिक फिल्म उन फिल्मों में से एक रही है जिसका खुमार दर्शकों के दिल से आज भी नहीं उतरा। इस फिल्म के गाने से लेकर डायलॉग तक काफी हिट रहे हैं। उस समय राजेश खन्ना सुपरस्टार थे और फिल्म में उनकी मौजूदगी होना हिट होने की गांरटी मानी जाती थी। वहीं, अमिताभ बच्चन उस समय इंडस्ट्री में नए थे। उन्हें एक हिट फिल्म के लिए संघर्ष करना पड़ रहा था।
इंडस्ट्री में संघर्ष के बीच अमिताभ बच्चन की झोली में डायरेक्टर ह्रषिकेश मुखर्जी की फिल्म ‘आनंद’ जा गिरी। इसके बाद जो हुआ सायद ही उनके इसका अंदाजा होगा। ह्रषिकेश मुखर्जी की ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर 12 मार्च 1971 को रिलीज हुई थी। कहा जाता है कि इसी फिल्म से सही मायनों में अमिताभ बच्चन को पहचान मिली थी।
इस फिल्म से जुड़े कई रोचक किस्से हैं, जिसका जिक्र एक बार बिग बी भी अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर कर रहे हैं। उन्होंने बताया था कि जिस दिन फिल्म आनंद रिलीज हुई थी उस दिन अमिताभ ने मुंबई के एसवी रोड के एक पेट्रोल पंप पर अपनी कार रोकी जहां उन्होंने कार में पेट्रोल भरवाया। उस समय वहां कुछ ही लोगों ने उन्हें पहचाना। उसी दिन वो शाम को दोबारा उसी पेट्रोल पंप पर पहुंचे तो उन्हें जानने वालों की भीड़ बढ़ गई थी।
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दरअसल, अमिताभ बच्चन के करियर की ये फिल्म पहली हिट थी। इस फिल्म में उन्होंने एक डॉक्टर की भूमिका निभाई थी। जिसमें उनका नाम डॉ. भास्कर था। जो कैंसर से पीडित राजेश खन्ना का इलाज करता है। फिल्म में राजेश खन्ना ने आनंद सहगल का किरदार निभाया था।
आपको बता दें कि फिल्म में राजेश खन्ना के साथ साथ अमिताभ बच्चन की एक्टिंग को भी खूब सराहा गया था। इस फिल्म के गाने और डायलॉग दोनों ही काफी फेमस हुए थे। इस फिल्म का एक डायलॉग है जो आज भी काफी लोकप्रिय है- ए बाबूमोशाय, जिंदगी और मौत ऊपरवाले के हाथ में है, उसे न आप बदल सकते हैं और न मैं। बता दें कि फिल्म के डायलॉग गुलजार ने लिखे थे।