नई दिल्ली। आयकर विभाग (IT Raid) ने बुधवार को तापसी पन्नू (Taapsee Pannu) और अनुराग कश्यप समेत कई बॉलिवड सिलेब्स के घर पर छापेमारी की है। बड़ी कार्रवाई करते हुए आईटी विभाग ने मुंबई और पुणे में 30 से ज्यादा जगहों पर तलाशी ली। इसके अलावा क्वान टैलेंट मैनेजमेंट कंपनी के अधिकारियों के परिसरों पर भी छापे पड़े। अभी तक इस मामले पर किसी सितारें का बयान सामने नहीं आया था। लेकिन अब पहली बार तापसी पन्नू का रिएक्शन सामने आया है। उन्होंने शनिवार को कई ट्वीट कर अपनी भड़ास निकली है। उन्होंने ट्वीट कर बताया कि किन चीजों कि छानबीन हुई। साथ ही उन्होंने बिना नाम लिए कंगना पर भी निशाना साधा है।
तापसी ने अपने ट्वीट में आरोपों का जिक्र किया है, जो उन पर लगाए गए हैं। साथ ही मजाक भी किया है। उन्होंने कहा कि पेरिस में उनके नाम पर कोई बंगला नहीं है। साथ ही 5 करोड़ के भुगतान की कोई रसीद नहीं है। साथ ही ये भी कहा कि 2013 में उनकी संपत्ति पर कोई छापा नहीं पड़ा था। ये सब उन्होंने 3 ट्वीट कर के बताया।
3 days of intense search of 3 things primarily
1. The keys of the “alleged” bungalow that I apparently own in Paris. Because summer holidays are around the corner— taapsee pannu (@taapsee) March 6, 2021
अगले ट्वीट में तापसी ने कहा कि माननीय वित्त मंत्री के अनुसार 2013 में मेरे यहां छापे पड़े थे। इसके अलावा उन्होंने कहा में अब सस्ती कॉपी नहीं हूं। बता दें कि ये बात उन्होंने कंगना के लिए लिखी, क्योंकि कंगना ने कई बार उन्हें सस्ती कॉपी कहा है। इसी ट्वीट पर कंगना ने पलटवार किया है।
3. My memory of 2013 raid that happened with me according to our honourable finance minister ??
P.S- “not so sasti” anymore ??♀️
— taapsee pannu (@taapsee) March 6, 2021
आपको बता दें कि फिल्म निर्देशक अनुराग कश्यप, बॉलीवुड अभिनेत्री तापसी पन्नू के साथ ही फैंटम फिल्म्स, क्वान और दो टैलेंट मैनेजमेंट कंपनी पर आयकर विभाग के छापे की कार्रवाई जारी है। इसको लेकर कल ही आयकर विभाग की तरफ से बयान जारी कर टैक्स चोरी, शेयर में हेराफेरी और तापसी पन्नू के खिलाफ 5 करोड़ रुपए के कैश रिसिप्ट मिलने की सूचना दी गई थी। आज भी क्वान के कई ठिकानों पर छापेमारी जारी है। इस सब के बीच तापसी पन्नू से पूछताछ और उनके आवास पर आयकर विभाग के छापेमारी से उनके बॉयफ्रेंड मथाइस काफी परेशान हो गए हैं। उन्होंने इस मामले को लेकर केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू को सोशल मीडिया पर ममद की अपील की। उसके बाद किरण रिजिजू ने जो जवाब दिया वह सबको जानना चाहिए।
इसका जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने लिखा कि देश का कानून सर्वोच्च है और हमें इसका पालन करना चाहिए। ये विषय आपके और मेरे दायरे से बाहर है। हमें भारतीय खेलों के सर्वोत्तम हित में अपने पेशेवर कर्तव्यों के साथ रहना चाहिए। जो भारतीय खेल के लिए फायदेमंद रहेगा। रिजिजू के इस सधे जवाब की लोग जमकर तारीफ कर रहे हैं।
तापसी और अनुराग कश्यप के खिलाफ 350 करोड़ के कर चोरी का मिला सबूत
फिल्म निर्देशक अनुराग कश्यप, बॉलीवुड अभिनेत्री तापसी पन्नू के साथ ही फैंटम फिल्मस से जुड़े लोगों के ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी जारी है। इस छापेमारी के दौरान आयकर विभाग की टीम पुणे भी पहुंची और वहां अनुराग कश्यप और तापसी पन्नु से पूछताछ भी की गई। इस दौरान जो सूचना मिली उसके अनुसार दोनों के मोबाइल फोन को दूर रखवा लिया गया था। इस छापेमारी को लेकर सियासत भी अपने चरम पर है। विपक्षी दल के नेता इसे सरकार के द्वारा की गई बदले की कार्रवाई बता रहे हैं। इन नेताओं का कहना है कि जो सरकार के खिलाफ बोलता है उसके खिलाफ द्वेष भाव से ऐसे ही एजेंसियां कार्रवाई करती हैं। सरकार के द्वारा इन एजेंसियों का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है। नरेंद्र मोदी के खिलाफ अनुराग कश्यप और तापसी पन्नु लगातार बयानबाजी करते रहे हैं या सोशल मीडिया के जरिए अपनी प्रतिक्रिया देते रहे हैं। ऐसे में विपक्ष यह मान रहा है कि यह बदले की कार्रवाई है। लेकिन इनके ठिकानों पर दो दिन से जारी छापेमारी के बाद इनकम टैक्स की टीम ने जो खुलासा किया है वह बेहद चौंकाने वाला है।
आयकर विभाग की तरफ से जो जानकारी निकलकर आ रही है उसके अनुसार अभी तक 350 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी का पता चला है। जबकि आयकर विभाग ने यह भी जानकारी दी है कि इस दौरान 7 बैंक लॉकर भी सीज किए गए हैं। वहीं तापसी पन्नु के 5 करोड़ रुपए की रकम की रीसिप्ट भी बरामद की गई है।आयकर विभाग की तरफ से इस छापेमारी में मुंबई, पुणे, दिल्ली और हैदराबाद में के कई स्थानों को एक साथ कार्रवाई के लिए चुना गया। ऐसे में इन शहरों के कुल 28 जगहों पर आयकर विभाग एक साथ छापेमारी कर रही है।
आयकर विभाग ने जो जानकारी दी उसकी मानें तो इनके टैक्स की गड़बड़ी ही नहीं इन प्रोडक्शन हाउस के जो शेयर थे उसमें भी बड़े पैमाने पर गड़बड़ी पाई गई है। साथ ही इन संस्थानों की कमाई में भी हेराफेरी के सबूत मिले हैं। इनकम टैक्स विभाग के लोगों ने छापेमारी के दौरान जब इस 350 करोड़ रुपए के बारे में जानकारी मांगी तो विभाग के अधिकारियों को इसकी सही और संतषप्रद जानकारी नहीं मिली।