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Boycott Brahmastra: ब्रह्मास्त्र में हिन्दू धर्म की नहीं बल्कि “सूफी शिक्षा” का किया जाएगा बखान, बॉयकॉट के चलते बस बदला है नाम

Boycott Brahmastra: ब्रह्मास्त्र में हिन्दू धर्म की नहीं बल्कि “सूफी शिक्षा” का किया जाएगा बखान, बॉयकॉट के चलते बस बदला है नाम यानी भले ही यह फिल्म हिन्दू धर्म के नाम पर हो लेकिन आपको हिन्दू धर्म (Hindu Religion) का महिमामंडन देखने को नहीं मिलेगा। क्या है पूरी कहानी आगे जानते हैं।

नई दिल्ली। 9 सितंबर को फिल्म ब्रह्मास्त्र (Brahmastra) को रिलीज़ किया जा रहा है जिसका बॉयकॉट काफी #boycottbrahmastra तेज़ से हो रहा है। लगातार ट्वीटर पर ब्रह्मास्त्र को बॉयकॉट करने का ट्रेंड चल रहा है। अगर ऐसे ही चलता रहा तो इस फिल्म से मेकर्स को भारी नुकसान होने वाला है। इस फिल्म को 300 करोड़ रूपये के बजट के आसपास बनाया गया है। अगर ये फिल्म पिछली फिल्मों की तरह से रही और बॉयकॉट के कारण लोग फिल्म देखने नहीं गए तो इस फिल्म के नुकसान से मेकर्स को बड़ा धक्का लगने वाला है। वैसे तो इस फिल्म में काम कर रहे स्टार रणबीर कपूर (Ranbir Kapoor) और आलिया भट्ट (Alia Bhatt) का बयान सब जानते हैं इसके अलावा करण (Karan Johar) जौहर को भी सब समझते हैं कि कैसे वो हमेशा हिन्दू संस्कृति (Hindu Culture) को नीचे गिराने की कोशिश करते रहते हैं। इस वजह से लगातार उनकी फिल्म का विरोध भी चल रहा है। इसके अलावा कुछ खबरें ये भी हैं की एकबार फिर इस फिल्म के माध्यम से “सूफी शिक्षा” देने की कोशिश की जा रही है। यानी भले ही यह फिल्म हिन्दू धर्म के नाम पर हो लेकिन आपको हिन्दू धर्म (Hindu Religion) का महिमामंडन देखने को नहीं मिलेगा। क्या है पूरी कहानी आगे जानते हैं।

लोगों का कहना – रणबीर और आलिया दोनों ही हिन्दू विरोधी

आप तो जानते हैं कैसे पहले ही एक संगीत में रणबीर कपूर को फिल्म में जूता पहनकर दिखाया गया है। जब वो मंदिर में जा रहे हैं तो उन्होंने जूता पहन रखे हैं। इसके अलावा इस फिल्म में दो ऐसे स्टार काम कर रहे हैं जो कभी भी हिन्दू धर्म को बढ़ावा नहीं देते हैं। इस फिल्म में काम करने वाले स्टार रणबीर सिंह को बीफ खाना बहुत पसंद है इसके अलावा आलिया भट्ट के वालिद पहले ही इस्लाम धर्म अपना चुके हैं। आलिया और रणबीर दोनों ही कलाकार फिल्म में हैं। इसके अलावा लोगों का कहना तो यहां तक है, कि रणबीर कपूर भी हिन्दू विरोधी हैं। वो बस फिल्म रिलीज़ के दौरान ही मंदिरों के चक्कर लगाने लगते हैं जो साफ़ दिखावा है।

ड्रैगन नाम को बदलकर किया ब्रह्मास्त्र

अब आपको बताते हैं की ब्रह्मास्त्र फिल्म का पहले क्या नाम था। असल में ऐसी खबरें हैं और लोगों का मानना है की पहले इस फिल्म का नाम ड्रैगन था। जो की रूमी की कहानी और उसके चरित्र पर आधारित था। लेकिन जब मेकर्स ने देखा की आजकल हिन्दू धर्म पर बनी फिल्में चल रही हैं। हिंदुत्व का प्रभाव है। इसके अलावा बॉयकॉट के भी डर से फिल्म का नाम ब्रह्मास्त्र किया गया। जबकि उसकी कहानी ज्यादातर रूमी की कहानी और चरित्र से परिचित है। जब से ये खबर बाहर आई है लोगों का मानना है की उन्हें एक बार फिर हिन्दू धर्म के नाम पर बॉलीवुड द्वारा बेवकूफ बनाया जा रहा है। फिल्म का नाम भले ही ब्रह्मास्त्र हो लेकिन उसमें कुछ भी हिन्दू धर्म का महिमामंडन करने के लिए नहीं है, बल्कि हिन्दू धर्म को नीचे दिखाने के लिए ही है।

संगीत के जरिए पहले ही मंदिर का अपमान

क्योंकि लोगों ने पहले ही देखा है कैसे एक संगीत में रणबीर जूते पहन कर मंदिर में जा रहे हैं। कैसे पूरे संगीत में संस्कृत नहीं बल्कि उर्दू के ज्यादातर शब्दों का इस्तेमाल है। कैसे इस फिल्म में काम वो लोग कर रहे हैं जो हमेशा भारत विरोधी और हिन्दू विरोधी बात करते हैं। जो बीफ खाते हैं। जो नशा करते हैं। इसके अलावा फिल्म में कहीं भी भगवान राम या सीता का जिक्र ही नहीं है। भले ही इस फिल्म को प्रमोट एक हिन्दू फिल्म के नाम पर किया जा रहा हो। ये बताया जा रहा हो की इसमें हिन्दू संस्कृति को दिखाया जाएगा लेकिन फिर भी इसके माध्यम से रोमांस को दिखाने की कोशिश की जा रही है। हिन्दू धर्म पर जो फिल्म बनती है उसमें कहीं तो संस्कृत के श्लोक, हिन्दुओं के मंदिर, देवी देवताओं की पूजा उनका आह्वान उनका महिमामंडन किया जाता है लेकिन इसमें तो ऐसा कुछ नहीं है बल्कि जूता पहनकर मंदिर में प्रवेश करते दिखाया जा रहा है। उर्दू के शब्दों का इस्तेमाल किया जा रहा है। रोमांस दिखाया जा रहा है।

नाम बदलकर हिन्दुओं को बेवकूफ बनाने की कोशिश

इसके अलावा हिन्दुओं को बेवकूफ बनाने के लिए ड्रैगन नाम से बदलकर ब्रह्मास्त्र नाम कर दिया है। क्योंकि मेकर्स को लगता है नाम हिन्दू धर्म से जुड़ता हुआ रख देंगे, तो हिन्दू, बेवकूफ बनकर फिल्म देखने आ जाएंगे। भले कंटेंट कितना भी अन्य धर्म के लोग या विषयों से जुड़ा हो। चाहे फिल्म में कितना भी इधर उधर घुमाकर हिन्दू धर्म को नीचे दिखाने की कोशिश की जाए। पर नाम बदल दो तो फिल्म चल जाएगी। लोगों का मानना है कि अब ये सच जानने के बाद चाहे करण जौहर और उनकी टीम कुछ भी करे इस फिल्म को वो देखने नहीं जाएगी। क्योंकि वो नहीं चाहते हैं की सच जानने के बाद भी वो बेवकूफ बने रहें। वो नहीं चाहते हैं की एक बार फिर उन्हें हिन्दू धर्म के नाम पर कुछ और ही परोसकर उनकी बुद्धिं का इस्लामीकरण किया जाए।