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Amit Shah In Manipur: मणिपुर हिंसा में मृतकों के परिवारों को मिलेंगे 10 लाख रुपए और सरकारी नौकरी, केंद्रीय गृहमंत्री शाह का एलान

शाह ने मुख्यमंत्री बीरेन सिंह और अफसरों के साथ बैठक में पेट्रोल, चावल और रसोई गैस समेत जरूरी चीजों की सप्लाई सुधारने के निर्देश भी दिए। इन जरूरी चीजों की मणिपुर में काफी कीमत बढ़ गई है। इससे आम लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हिंसा करने वालों पर और सख्ती बरतने के भी आदेश दिए गए हैं।

इंफाल। मणिपुर में पिछले काफी समय से कुकी आदिवासियों और मैतेई समुदाय के बीच हिंसा जारी है। अब तक तमाम जगह आगजनी और गोलीबारी की घटनाएं हो चुकी हैं। हिंसा में तमाम लोग भी जान गंवा चुके हैं। अब केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मणिपुर की हिंसा में मारे गए लोगों के परिवारों के लिए बड़ा एलान किया है। मणिपुर के दौरे पर पहुंचे अमित शाह ने कहा है कि हिंसा में मृतकों के परिवार को 10-10 लाख रुपए की मदद दी जाएगी। इस रकम में से आधा केंद्र और आधा राज्य सरकार देगी। इसके अलावा मणिपुर हिंसा में जान गंवाने वालों के परिवार में से एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का एलान भी अमित शाह ने किया है।

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अमित शाह तीन दिन के मणिपुर दौरे पर सोमवार रात इंफाल पहुंचे थे। मंगलवार को अमित शाह और मणिपुर के सीएम एन. बीरेन सिंह ने मणिपुर के तमाम समुदायों के प्रतिनिधियों से मुलाकात कर हिंसा रोकने के लिए कोशिश शुरू की। शाह ने समुदायों से शांति की अपील की और हिंसा तुरंत रोकने के लिए भी कहा। शाह ने इसके अलावा सुरक्षाबलों से कहा है कि वे हिंसा करने वालों के खिलाफ और सख्त कदम उठाएं। मणिपुर में पहले ही केंद्र सरकार ने संविधान के अनुच्छेद 355 को लागू किया है। इस कदम से राज्य की सुरक्षा व्यवस्था केंद्र सरकार ने अपने हाथ ले रखी है। 355 लागू करने के बाद केंद्र ने अपने अर्धसैनिक बलों के जवान और सेना के जवानों की हिंसाग्रस्त मणिपुर में तैनाती की थी।

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शाह ने मुख्यमंत्री बीरेन सिंह और अफसरों के साथ बैठक में पेट्रोल, चावल और रसोई गैस समेत जरूरी चीजों की सप्लाई सुधारने के निर्देश भी दिए। इन जरूरी चीजों की मणिपुर में काफी कीमत बढ़ गई है। इससे आम लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मणिपुर में मैतेई समुदाय को आरक्षण देने का फैसला हुआ था। जिसके विरोध में कुकी आदिवासियों ने हिंसा शुरू की। ये हिंसा इंफाल समेत राज्य के कई इलाकों में बड़े पैमाने पर हो रही थी।