नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने कार्यक्रम ‘मन की बात’ में कहा कि उनके श्रोता ही असल में इस कार्यक्रम के सूत्रधार हैं। मन की बात कार्यक्रम के 10 साल पूरे होने पर मोदी ने कहा कि इस बार का एपीसोड उनको भावुक कर रहा है और पुरानी यादों से घेर रहा है। उन्होंने याद किया कि मन की बात की शुरुआत 3 अक्टूबर 2014 को विजयादशमी के दिन हुआ था। इस साल 3 अक्टूबर को जब मन की बात के 10 साल पूरे हो रहे हैं, तो शारदीय नवरात्रि का पहला दिन होगा। उन्होंने झांसी की महिलाओं और उत्तराखंड के उत्तरकाशी के युवाओं की पहल की भी जानकारी देशवासियों को दी।
मन की बात’ के 114वें एपिसोड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “उत्तराखंड के उत्तरकाशी में एक सीमावर्ती गांव है ‘झाला’… यहां के युवाओं ने अपने गांव को स्वच्छ रखने के लिए एक खास पहल शुरू की है। वे अपने गांव में ‘धन्यवाद प्रकृति’ अभियान चला रहे हैं। इसके तहत गांव में रोजाना दो… pic.twitter.com/X2PO4KwTqs
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 29, 2024
‘मन की बात’ के 114वें एपिसोड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “झांसी में कुछ महिलाओं ने घुरारी नदी को नया जीवन दिया है। ये महिलाएं स्वयं सहायता समूह से जुड़ी हैं और उन्होनें ‘जल सहेली’ बनकर इस अभियान का नेतृत्व किया है। pic.twitter.com/xX4hT757FE
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पीएम मोदी ने कहा कि मन की बात के कई पड़ाव वो कभी भूल नहीं सकते। मोदी ने कहा कि करोड़ों श्रोता ऐसे साथी है, जिनका हमेशा सहयोग मिला। उन्होंने कहा कि श्रोताओं ने उनको देश के कोने-कोने से जानकारियां दीं। मोदी ने कहा कि आमतौर पर धारणा है कि जब तक चटपटी और नकारात्मक बातें न हों, तब तक उसे ज्यादा तवज्जो नहीं मिलती। पीएम मोदी ने मन की बात में कहा कि 10 साल की यात्रा ने ऐसी माला तैयार की, जिसमें नई गाथाएं, नए कीर्तिमान और नए व्यक्तित्व जुड़ जाते हैं। उन्होंने कहा कि समाज में सामूहिकता की भावना के साथ जो काम हो रहा है, उन्हें मन की बात के जरिए सम्मान दिया जाता है। मोदी ने कहा कि वो मन की बात के लिए आई चिट्ठियों को पढ़कर गर्व से भर जाते हैं। मोदी ने जल संरक्षण के लिए भी जनता को जागरूक करने का काम मन की बात के जरिए किया।
‘मन की बात’ के 114वें एपिसोड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ” पिछले कुछ हफ्तों से देश के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश हो रही है। बारिश का यह मौसम हमें याद दिलाता है कि ‘जल संरक्षण’ कितना महत्वपूर्ण है…” pic.twitter.com/aGMCcyPlt0
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“When I remember each and every incident, each and every letter connected with Mann Ki Baat, I feel as if I am having a Darshan of the Janata Janaardan, the people, who are like the Almighty to me,” says PM Modi in the 114th episode of ‘Mann Ki Baat’ pic.twitter.com/svDxMgn2Dr
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मन की बात के ताजा एपीसोड में पीएम मोदी ने चकोर पक्षी का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि ऐसा कहा जाता है कि चकोर सिर्फ बारिश की बूंदों को ही पीता है। मोदी ने कहा कि मन की बात में देखा कि लोग भी चकोर की तरह देश और लोगों की उपलब्धियों को गर्व से सुनते हैं। मोदी ने कहा कि देश में प्रतिभावान हैं। ऐसे लोगों में देश और समाज की सेवा करने का जज्बा है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों के बारे में जानकर वो ऊर्जा से भर जाते हैं। मोदी ने कहा कि मन की बात की पूरी प्रक्रिया ऐसी है, जैसे मंदिर जाकर ईश्वर के दर्शन करना। उन्होंने कहा कि मन की बात की हर घटना, हर चिट्ठी को याद करने पर लगता है कि मेरे लिए ईश्वर का रूप जनता जनार्दन के दर्शन कर रहा हूं।