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Indo-Pak Border: बाड़मेर में पाकिस्तानी बॉर्डर पर शान से लहरा रहा 108 फ़ीट का तिरंगा, कारगिल विजय दिवस पर किया गया स्थापित

Indo-Pak Border: मुनाबाव बीओपी पर तिरंगा फहराने के प्रयास में सैनिक कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष मानवेंद्रसिंह का महत्वपूर्ण योगदान रहा। बीएसएफ के सहयोग से नवीन जिंदल फ्लैग फाउंडेशन से झंडा सुरक्षित कराने में उनकी अहम भूमिका सराहनीय रही है।

नई दिल्ली। कारगिल दिवस के अवसर पर बाड़मेर के मुनाबाव सीमा चौकी पर एक गौरवशाली पल का साक्षी हिंदुस्तान बना। जब सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने सम्मेलन हॉल के पास गर्व से 108 फीट ऊंचा तिरंगा झंडा फहराया। हमारे देश की शान हमारा तिरंगा बुधवार शाम को स्थापित किया गया था और यह भारत के गौरव और वीरता के प्रतीक के रूप में सर को उठाकर खड़ा है और लहरा रहा है।

जानकारी के अनुसार पाकिस्तान से भी इस तिरंगे को साफ तौर पर देखा जा सकता है। यह तिरंगा भारत की दृढ़ भावना और देशभक्ति को दर्शाता है, जो सभी को एकता और ताकत का संदेश देता है। भारत की धरती पर शान से लहराते तिरंगे का दृश्य राष्ट्र की अदम्य भावना का भी प्रतीक है।

मुनाबाव बीओपी पर तिरंगा फहराने के प्रयास में सैनिक कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष मानवेंद्रसिंह का महत्वपूर्ण योगदान रहा। बीएसएफ के सहयोग से नवीन जिंदल फ्लैग फाउंडेशन से झंडा सुरक्षित कराने में उनकी अहम भूमिका सराहनीय रही है। प्रतिष्ठित फाउंडेशन ने तिरंगा प्रदान किया, जिसे बाद में बीएसएफ द्वारा तैयार और व्यवस्थित किया गया।
वाघा-अटारी सीमा समारोह से प्रेरणा लेते हुए, पिछले दिनों बाघा-अटारी सीमा पर एक विशेष सलामी समारोह का आयोजन किया गया है। मुनाबाओ भी इसका अनुसरण कर रहा है और महत्वपूर्ण घटनाओं को मनाने और राष्ट्रीय ध्वज का सम्मान करने के लिए एक समान भव्य समारोह शुरू करने का प्रयास कर रहा है।