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Modi govt 8 years: प्रधानमंत्री मोदी के सुशासन के 8 साल, गुजरात को मिला डबल इंजन विकास का मॉडल

PM Modi: उदाहरणार्थ, बरसों से गुजरात की मांग थी कि सरदार सरोवर बांध के गेटों को बंद करने की अनुमति दी जाए, जिसे नरेन्द्र मोदी ने प्रधानमंत्री बनते ही मात्र 17 दिनों के भीतर इस विषय पर स्वीकृति दे दी। इसी तरह, कई वर्षों से केन्द्र की ओर से बकाया गुजरात की क्रूड ऑयल रॉयल्टी का विषय भी उन्होंने सुलझाते हुए गुजरात के हिस्से की राशि को राज्य को सौंपने का आदेश दिया।

नई दिल्ली। 26 मई को नरेन्द्र मोदी को भारत के प्रधानमंत्री के रूप में 8 साल पूरे होने जा रहे हैं। पिछले 8 सालों में देश में उन्होंने कई विकास कार्य और देश को एक नई पहचान तो दी ही है लेकिन इन सालों में उन्होंने अपने गृह राज्य गुजरात को विशेष प्राथमिकता दी है। गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में नरेन्द्र मोदी ने कई गुजरात को देश का विकास मॉडल स्थापित किया। लेकिन, इसके बावजूद कई ऐसे विषय थे, जो उनके सीमा से परे थे। तात्पर्य यह है कि ऐसे विषय जिस पर केन्द्र की सरकार का सीधा हस्तक्षेप रहता है, वो विषय गुजरात के लिए ज़रूरी तो थे, लेकिन यूपीए के नेतृत्व वाली केन्द्र की सरकार ने उस पर विशेष ध्यान नहीं दिया था। ऐसे में जब वर्ष 2014 में नरेन्द्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बने तब गुजरात की सरकार और यहां के लोगों में उन विषयों के सुलझने को लेकर एक बड़ी उम्मीद जगी, और ऐसा हुआ भी। नरेन्द्र मोदी ने प्रधानमंत्री बनते ही गुजरात से संबंधित उन सभी विषयों पर त्वरित निर्णय लिए जो बरसों से लंबित थे। उदाहरणार्थ, बरसों से गुजरात की मांग थी कि सरदार सरोवर बांध के गेटों को बंद करने की अनुमति दी जाए, जिसे नरेन्द्र मोदी ने प्रधानमंत्री बनते ही मात्र 17 दिनों के भीतर इस विषय पर स्वीकृति दे दी। इसी तरह, कई वर्षों से केन्द्र की ओर से बकाया गुजरात की क्रूड ऑयल रॉयल्टी का विषय भी उन्होंने सुलझाते हुए गुजरात के हिस्से की राशि को राज्य को सौंपने का आदेश दिया। आइए, देखते हैं ऐसे ही कुछ बड़े कदम, जो पिछले 8 सालों में उन्होंने गुजरात के हित के लिए उठाए…

PM Modi

1. नर्मदा योजना के तहत सरदार सरोवर बांध के गेट को बंद करने की दी स्वीकृति-

नरेन्द्र मोदी ने प्रधानमंत्री बनने के मात्र 17 दिनों के भीतर गुजरात की बरसों से चली आ रही मांग, सरदार सरोवर बांध के गेटों को बंद करने को, स्वीकृति दे दी। यह परियोजना गुजरात की लाइफ लाइन मानी जाती है। प्रधानमंत्री के स्वीकृति देने के बाद इस पर बनी कमेटी ने आगे काम पूरा किया और इस परियोजना से संबंधित राज्य मध्य प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र की समस्याओं का निवारण कर और उनकी सहमति से 16 जून 2017 को अंततः सरदार सरोवर बांध के सभी गेटों को बंद कर दिया गया। इस बांध का गेट बंद करने से इस बांध की क्षमता 3.75 गुना बढ़कर 4.73 मिलियन क्यूबिक मीटर (MCM) हो गई है।

sardar Sarovar dam

2. गुजरात को मिली बरसों से बकाया क्रूड ऑयल रॉयल्टी

प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेन्द्र मोदी ने एक और बड़े विषय जो कि क्रूड ऑयल रॉयल्टी से संबंधित था, इसे सुलझाते हुए मार्च 2015 में निर्णय लिया कि केन्द्र सरकार पर गुजरात का बकाया 763 करोड़ रुपए क्रूड ऑयल रॉयल्टी को गुजरात सरकार को दिया जाएगा। गुजरात के लिए यह बड़ा निर्णय इसलिए भी क्योंकि उस समय यह विषय सुप्रीम कोर्ट में लंबित था। लेकिन, इसके बावजूद नरेन्द्र मोदी ने गुजरात की ज़रूरतों और उसके हित को प्राथमिकता देते हुए इस विषय का समाधान किया और गुजरात लगभग 800 करोड़ रुपए क्रूड ऑयल रॉयल्टी के रूप में देने का निर्णय किया।

3. AIIMS, राजकोट

गुजरात में बड़े लंबे समय से यह मांग रही है कि राज्य में AIIMS जैसा अस्पताल होना चाहिए। गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में नरेन्द्र मोदी गुजरात की इस ज़रूरत को भलिभांति समझते थे। यही कारण रहा है कि जब वे प्रधानमंत्री बने तब उन्होंने इस विषय को प्राथमिकता दी और गुजरात के राजकोट में AIIMS की स्थापना की स्वीकृति दी। दिसम्बर 2020 में नरेन्द्र मोदी ने राजकोट AIIMS की आधारशिला रखी थी।

4. गुजरात को दिया लाइट हाउस प्रोजेक्ट

लाइट हाउस प्रोजेक्ट केंद्रीय शहरी मंत्रालय की एक महत्वाकांक्षी योजना है जिसके तहत लोगों को स्थानीय जलवायु और पारिस्थितिकी को ध्यान में रखते हुए स्थायी आवास प्रदान किए जाते हैं। जिन राज्यों को इस परियोजना के लिए चुना गया है, उनमें त्रिपुरा, झारखंड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु और गुजरात भी शामिल हैं। इस परियोजना में, विशेष तकनीक का उपयोग करके सस्ते और मजबूत घर बनाए जाते हैं। इस लाइट हाउस प्रोजेक्ट के तहत बनाए गए सभी घर पूरी तरह से भूकंप रोधी भी होंगे। राजकोट में लाइट हाउस प्रोजेक्ट के तहत 1144 घरों को निर्मित किया जा रहा है।

5. बुलेट ट्रेन

बुलेट ट्रेन के रूप में नरेन्द्र मोदी ने गुजरात को एक बड़ी सौगात दी है। गुजरात का अहमदाबाद और महाराष्ट्र का मुंबई ये दोनों पहले शहर बनेंगे जो बुलेट ट्रेन की तेज़ गति के प्रत्यक्ष साक्ष्य बनेंगे। 14 सितंबर 2017 को इस परियोजना की नींव प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की उपस्थिति में रखी थी। हाल ही में यह खबर आई थी इस परियोजना से संबंधित गुजरात के हिस्से के भूमि अधिग्रहण के केसेस 98 प्रतिशत तक पूरे हो चुके हैं।

6. स्टैच्यू ऑफ यूनिटी तक रेल कनेक्टिविटी

स्टैच्यू ऑफ यूनिटी आज गुजरात की एक नई पहचान बन गई है। विश्व भर से पर्यटक इस विशाल मूर्ति को देखने आते हैं। यह पर्यटन स्थल में एक और बड़ी सुविधा को जोड़ते हुए नरेन्द्र मोदी ने जनवरी 2021 को केवड़िया रेलवे स्टेशन का उद्घाटन किया। इससे गुजरात में स्थित दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति का दीदार करना अब और भी आसान हो गया है। वर्तमान में भारतीय रेलवे की 8 ट्रेनें इस रूट पर चल रही हैं।

pm modi sardar Patel Civil

7. GFSU को NFSU का राष्ट्रीय दर्जा, RSU को RRU का दर्जा और जामनगर स्थित आर्युवेदिक यूनिवर्सिटी को राष्ट्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा

नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र की सरकार ने सितंबर 2020 में गुजरात फॉरेंसिंक साइंस यूनिवर्सिटी (GFSU) और रक्षा शक्ति यूनिवर्सिटी (RSU) को राष्ट्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा दिया है। इसके लिए तत्कालीन केंद्रीय गृह राज्य मंत्री श्री किशन रेड्डी ने लोकसभा और राज्यसभा में विशेष बिल भी पारित किया। ये दोनों विश्वविद्यालय को गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में नरेन्द्र मोदी ने ही गुजरात में स्थापित किया था, और प्रधानमंत्री बनने के बाद उन्होंने इसे राष्ट्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा देकर इसके महत्व को और अधिक बढ़ा दिया है। इसी प्रकार नरेन्द्र मोदी ने नवम्बर 2020 में जामनगर स्थित गुजरात आयुर्वेद विश्वविद्यालय को भी राष्ट्रीय महत्व के संस्थान का दर्जा दिया। करीब 175 वर्ष पुराने इस संस्थान को मानद उपाधि दिए जाने के साथ ही अब इसे शैक्षिक स्वायत्तता भी प्राप्त होगी।

8. सेक्टर स्पेसिफिक एजुकेशन में एक नया मील का पत्थर, गुजरात के वडोदरा में ‘रेलवे यूनिवर्सिटी’ की स्थापना

नरेन्द्र मोदी भलिभांति यह समझते हैं कि गुजरात पहले से ही सेक्टर स्पेसिफिक एजुकेशन का सेन्टर रहा है। यही कारण है कि उन्होंने सितम्बर 2018 को देश के पहले रेल और परिवहन विश्वविद्यालय (National Rail and Transportation Institute) की सौगात गुजरात के वडोदरा को दी। 5 सितम्बर 2018 में शिक्षक दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के पहले रेलवे यूनिवर्सिटी का उद्घाटन किया था।

9. ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन

19 अप्रैल को प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी ने WHO के महानिदेश टेड्रोस गेब्रेयसस, मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जुगनाथ और गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की उपस्थिति में जामनगर में WHO ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन (GCTM) की आधार शिला रखी। ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन को जामनगर में स्थापित किया जा रहा है और आने वाले समय में गुजरात पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली में भी विश्व के केन्द्र बनेगा।

10. ग्रीन एयरपोर्ट

आधुनिक सुविधाओं से युक्त एक नया ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट की सौगात भी नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के राजकोट को दी है। राजकोट में यह नया एयरपोर्ट अहमदाबाद-राजकोट राजमार्ग पर 1,000 हेक्टेयर से अधिक भूमि पर 1,405 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से बनाया जा रहा है। राजकोट गुजरात का चौथा सबसे बड़ा शहर है साथ ही सौराष्ट्र की कॉमर्शियल राजधानी भी है। राजकोट और उसके आसपास के इलाके मैन्युफैक्चरिंग का हब हैं और इंटरनैशनल एयरपोर्ट बन जाने से बड़ी संख्या में रोजगार मिलने की उम्मीद तो है ही साथ ही एक्सपोर्ट को भी बढ़ावा मिलेगा।

11. वैश्विक नेताओं को गुजरात लाकर, राज्य का मान बढ़ाया

नरेन्द्र मोदी देश के एकलौते ऐसे नेता रहे हैं जिन्होंने केन्द्र की डिप्लोमेसी के तहत वैश्विक नेताओं को साथ होने वाली बैठकों के लिए नई दिल्ली से बाहर देश के विभिन्न राज्यों को प्राथमिकता दी। इसमें से उन्होंने सबसे अधिक अपने गृह राज्य गुजरात को विशेष प्राथमिकता दी है। विभिन्न वैश्विक नेताओं के गुजरात दौरे के कारण गुजरात के विकास, गुजरात की मेहमान नवाज़ी और गुजरात की संस्कृति विश्व भर में चर्चा का विषय बनी।

PM modi pic

• प्रधानमंत्री बनने के बाद सितम्बर 2014 में सबसे पहले उन्होंने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को गुजरात लेकर गए और वहां साबरमती रिवरफ्रंट के पार्क में झूले में बैठकर उनसे डिप्लोमैटिक चर्चा की।

• सितम्बर 2017 में जापान के पूर्व प्रधानमंत्री  शिजों आबे भी अपने भारत दौरे के लिए अहदमबाद में उतरे। अपने इस दौरे पर कई तय कार्यक्रमों में भाग लिया और अहमदाबाद-मुंबई हाई स्पीड ट्रेन परियोजना, जिसे बुलेट ट्रेन परियोजना के नाम से भी जाना जाता है, की नींव भी रखी।

• इसी प्रकार जनवरी 2018 में इज़रायल के पूर्व प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू जब पहली बार भारत की यात्रा पर आए तो वे भी पहले वे गुजरात के अहमदाबाद पहुंचे और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ उन्होनें वहाँ कुछ तय कार्यक्रमों में भाग लिया और कई परियोजनाओं का उद्घाटन भी किया।

• वर्ष 2020 में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी भारत की यात्रा के दौरान गुजरात में लैंड किया था। गुजरात में ही श्री नरेन्द्र मोदी ने उनका भव्य स्वागत किया और विश्व के सबसे बड़े स्टेडियमें मौजूद जनता को संबोधित भी किया।

• अप्रैल 2022 में हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक श्री ट्रूडोस ग्रेबेयसस, मॉरिशस के प्रधानमंत्री श्री प्रविंद कुमार जुगनाथ भी गुजरात दौरे पर आए और विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लिया।

• हाल ही में अप्रैल 2022 में, ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने भी गुजरात का दौरा किया। गुजरात का दौरा करने वाले वे पहले ब्रिटिश प्रधानमंत्री भी बने। यहां उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ एडिनबर्ग़ के सहयोग से बनी गुजरात बायोटेक्नोलॉजी युनिवर्सिटी का दौरा किया और साथ ही, बुलडोजर मैन्युफैक्चरिंग प्लांट को भी विज़िट किया।

नरेन्द्र मोदी के सुशासन की छाया में गुजरात विकास की रफ़्तार में अग्रसर है। सब का साथ सब का विकास सब का विश्वास और सब का प्रयास नरेन्द्र मोदी के सुशासन मोडल का ध्येय मंत्र है।