
नई दिल्ली। हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन की खबरों पर बीजेपी सांसद योगेंद्र चंदोलिया ने कहा कि यह दोनों दल केवल अपनी-अपनी राजनीतिक रोटियां सेक रहे हैं। दोनों सनातन विरोधी पार्टियां हैं। चंदोलिया ने कहा कि आम आदमी पार्टी एक ऐसा लोटा है जो चारों ओर लुढ़कता रहता है। वह कभी समर्थन करते हैं, कभी नहीं करते। लोकसभा चुनाव में दिल्ली में, गोवा में, गुजरात और हरियाणा में आप और कांग्रेस ने समझौता किया। पंजाब में ये दोनों दल एक दूसरे के विरोध में चुनाव लड़े। यह दोनों केवल राजनीतिक रोटियां सेक रहे हैं। बीजेपी सांसद ने कहा कि आप और कांग्रेस में समझौता हो या न हो, इससे हमें फर्क नहीं पड़ता।
दिल्ली: भाजपा सांसद योगेंद्र चंदोलिया ने कहा “आम आदमी पार्टी एक ऐसा लोटा है जो चारो ओर लुढ़कता रहता है। वह कभी समर्थन करते हैं कभी नहीं करते। दिल्ली में आप-कांग्रेस ने समझौता किया। पंजाब में अकेले लड़े। यह दोनों केवल राजनीतिक रोटियां सेक रहे हैं। समझौता हो या नहीं हमें फर्क नहीं… pic.twitter.com/uHsCjhSkKJ
— IANS Hindi (@IANSKhabar) September 7, 2024
चंदौलिया ने कहा कि अरविंद केजरीवाल जो कसम खा के कहते थे कि हम कांग्रेस से कभी समझौता नहीं करेंगे अब वो कांग्रेस से समझौता कर भी रहे हैं और तोड़ भी रहे हैं। ये जो नापाक गठबंधन है हरियाणा की जनता इसका जोरदार तरीके से जवाब देगी। आम आदमी पार्टी सरकार के पूर्व मंत्री राजेंद्र पाल गौतम के कांग्रेस में शामिल होने पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी सांसद ने कहा कि आप के पार्षद और विधायक पार्टी में घुटन महसूस कर रहे हैं। राजेंद्र पाल गौतम ने सनातन धर्म के विरुद्ध टिप्पणी की थी। सनातन धर्म के दबाव के बाद उनसे इस्तीफा लिया गया था। अब वो आम आदमी पार्टी को कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए हैं, विधानसभा की सदस्यता को उन्होंने छोड़ दिया है। अब कांग्रेस राजेंद्र पाल गौतम को चुनाव लड़ाएगी। इससे सिद्ध हो गया है कि आप और कांग्रेस दोनों सनातन विरोधी पार्टियां हैं। दोनों पार्टी एजेंडा एक ही है सिर्फ इनके मुखौटे अलग हैं। ऐसे लोगों को जनता देख रही है और मेरा यकीन है कि दिल्ली की जनता आने वाले समय में ऐसे लोगों को सबक सिखाएगी।
दिल्ली: भाजपा सांसद योगेंद्र चंदोलिया ने कहा “AAP के पार्षद और विधायक घुटन महसूस कर रहे हैं। राजेंद्र पाल गौतम ने सनातन धर्म के विरुद्ध टिप्पणी की थी। सनातन धर्म के दबाव के बाद उनसे इस्तीफा लिया गया था। अब कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए हैं। विधानसभा की सदस्यता को उन्होंने छोड़ा।… pic.twitter.com/VDoqWHltyh
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