नई दिल्ली। लोकसभा में आम आदमी पार्टी (AAP) के इकलौते सांसद सुशील कुमार रिंकू (AAP MP Sushil Kumar Rinku) को पूरे मानसून सत्र के लिए सस्पेंड कर दिए गए है। दरअसल विपक्ष के भारी हंगामे के बीच दिल्ली सेवा बिल पर चर्चा हो रही थी, तभी आप सांसद रिंकू बिल को लेकर आते है उसको फाड़कर लोकसभा की कुर्सी की तरफ फेंकने की कोशिश करते हैं। जिस पर सत्ता पक्ष की तरफ से प्रस्ताव रखा गया था फिर उसको स्वीकार करते हुए सुशील कुमार रिंकू को पूरे सत्र के लिए सस्पेंड कर दिया गया। ऐसे में वो लोकसभा की बची हुई कार्यवाही हिस्सा नहीं ले पाएंगे।
#WATCH | AAP MP Sushil Kumar Rinku suspended from Lok Sabha for the remainder of the monsoon session for throwing papers at the Chair.
Parliamentary Affairs Minister Pralhad Joshi moved the resolution. Speaker Om Birla sought approval of the House before announcing the decision. pic.twitter.com/jkPZeiGyTX
— ANI (@ANI) August 3, 2023
ज्ञात हो कि इससे पहले राज्यसभा में आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह को पूरे सत्र के सस्पेंड किया जा चुका है। वहीं आप सांसद संजय सिंह रिंकू को निलंबित करने का प्रस्ताव संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने पेश किया। उन्होंने कहा आप सांसद रिंकू ने वेल में आकर कागज फेंका। इनको पूरे सत्र के लिए सस्पेंड कर देना चाहिए। जिसके बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आप सांसद को लोकसभा के शेष मानसून सत्र के लिए निलंबित कर दिया।
लोकसभा में दिल्ली सेवा बिल पास; AAP के सांसद सुशील कुमार रिंकू पूरे सत्र के लिए सस्पेंड#Breaking #DelhiOrdinanceBill #DelhiServicesBill #AmitShah #ArvindKejriwal pic.twitter.com/llFsANZfuF
— AajTak (@aajtak) August 3, 2023
बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज लोकसभा में दिल्ली सेवा बिल पास कराया। बीते दिनों केंद्र सरकार केजरीवाल सरकार को सुप्रीम कोर्ट से मिली प्रशासनिक शक्तियों को कम करने के मकसद दिल्ली सेवा बिल लेकर आई थी, जिसे लेकर दिल्ली सरकार ने असंवैधानिक बताया था। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने अधिकारियों के पोस्टिंग और तबादले का अधिकार केजरीवाल सरकार को दिया था, जिसके विरोध में ही केंद्र सरकार यह बिल लेकर आई थी। अब इसी बिल को कानून का रूप देने के मकसद से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इसे लोकसभा में पारित करया है। अब आगामी सोमवार को इसे राज्यसभा में पेश किया जाएगा। ऐसे में राज्यसभा में इस बिल को लेकर संसद के उच्च सदन का माहौल कैसा रहता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।