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Meghalaya Exit Poll 2023: मेघालय के एक्जिट पोल के मुताबिक त्रिशंकु हो सकती है विधानसभा, बीजेपी बनेगी किंगमेकर?

Meghalaya Exit Poll 2023: इस तरह से यह कहने में कोई गुरेज नहीं है कि प्रदेश का सियासी रुख बीजेपी के पक्ष में ही नजर आ रहा है। वहीं, अगर प्रदेश की सियासी स्थिति  को आंकड़ों के जरिए समझने की कोशिश करें, तो  एनपीपी यानी की नेशनल पीपुल्स पार्टी, जो कि बीजेपी की सहयोग दल है, प्रदेश की 18-24 सीटों पर जीत का पताका फहराती हुई नजर आ रही है।

नई दिल्ली। मेघालय में आज 60 सदस्यीय विधानसभा सीटों के लिए चुनाव हुए। चुनाव में  बीजेपी, कांग्रेस सहित अन्य दलों ने हिस्सा लिया, लेकिन प्रमुख रूप से मुकाबला बीजेपी, कांग्रेस और एनपीपी के बीच माना जा रहा है। मेघालय में सुबह सात बजे से लेकर शाम पांच बजे तक वोटिंग हुई। वहीं नतीजों की घोषणा आगामी 2 मार्च को होगी। ऐसे में यह देखना दिलचस्प रहेगा कि सूबे में सत्ता का ऊंट किस करवट बैठता है। वहीं अगर विगत विधानसभा चुनाव यानी की 2018 के प्रदर्शन की बात करें, तो चुनाव में कांग्रेस सर्वाधिक सीटें प्राप्त करने के बावजूद भी सरकार बनाने से चूक गई थी, क्योंकि बीजेपी नहीं चाहती थी कि कांग्रेस किसी भी कीमत पर सरकार बनाए और इसके लिए पार्टी ने तमाम जतन किए। बीजेपी ने कांग्रेस की राह रोकने के लिए प्रदेश के सभी छोटे दलों को अपने पाले में कर लिया। आखिर में बीजेपी ऐसे समीकरण बनाने में कामयाब रही जिसकी वजह से कांग्रेस  सरकार नहीं बना सकीं।

वहीं आज के चुनाव के बारे में जानने से पहले आप यह जान लीजिए कि मेघालय में कुल 12 जिले हैं। प्रदेश में कुल 60 विधानसभा सीटें हैं। प्रदेशभर में चुनाव के लिए 3 हजार 419 पोलिंग बूथ बनाए गए। प्रदेश में कुल 30 लाख मतदाता हैं। वहीं, बीजेपी और कांग्रेस ने प्रदेश की सभी सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं। उधर, एनपीपी ने 57 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। बता दें कि एनपीपी पूर्व में बीजेपी की सहयोगी भी रह चुकी है। कुल 375 उम्मीदवार चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। अब ऐसे में किसकी किस्मत चमकती है और किसकी नहीं?

यह तो फिलहाल नतीजों के दिन यानी की 2 मार्च के बाद ही पता चल सकेगा। लेकिन, उससे पहले आपको बता दें कि प्रदेश में इस बात को लेकर चर्चाओं का बाजार गुलजार हो चुका है कि इस चुनावी दंगल का विजेता कौन होगा? हालांकि, अभी इस संदर्भ में किसी भी प्रकार की टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी, मगर आपको बता दें कि नतीजों से पूर्व विभिन्न एजेंसियों के सर्वे सामने आ रहे हैं, जिसमें नतीजों को लेकर बड़े कयास लगाए जा रहे हैं। इस बीच मेघालय चुनाव को लेकर जी न्यूज मैट्रिज बड़ा का सर्वे सामने आया है। लेकिन, इस सर्वे को समझने से पहले आपको साल 2018 के विधानसभा चुनाव के नतीजों के बारे में जानना होगा।

आपको बता दें कि  2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 2 सीटें मिली थी। जबकि कांग्रेस ने 20 सीटों पर जीत हासिल की थी। हालांकि, कांग्रेस ने 56 सीटों पर चुनाव लड़ी थी, लेकिन जीत महज  2 ही सीटों पर ही हो सकी। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि कांग्रेस द्वारा अन्य दलों की तुलना में सर्वाधिक सीटें जीतने के बावजूद भी कांग्रेस सरकार बनाने में नाकाम रही। उस वक्त बीजेपी ने ऐसी चाल चली कि कांग्रेस सरकार बनाने में नाकाम हो गई। दरअसल, बीजेपी ने प्रदेश के सभी छोटे दलों को अपने पाले में कर लिया और इस तरह से गठबंधन का सहारा लेकर सरकार बनाने में सफल रही।

बीजेपी ने नेशनल पीपुल्स पार्टी, नेशनल पीपुल्स पार्टी, यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी, पीपुल्स डेमोक्रेटिक फ़्रंट, हिल स्टेट पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी मिलकर सरकार बनाई थी और इस तरह से तमाम सियासी दलों को अपने पाले में करके बीजेपी ने बहुमत से अधिक का आंकड़ा पार कर प्रदेश में अपनी सरकार बना ली। वहीं  इस बार प्रदेश की सियासी स्थिति कैसी रहती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। लेकिन, चुनाव से पहले आए सर्वे की बात करें, तो जहां कुछ भागों में  बीजेपी आगे निकल रही है, तो वहीं कुछ स्थानों पर बीजेपी की सहयोगी दल बढ़त बनाती हुई नजर आ रही है।

इस तरह से यह कहने में कोई गुरेज नहीं है कि प्रदेश का सियासी रुख बीजेपी के पक्ष में ही नजर आ रहा है। वहीं, अगर प्रदेश की सियासी स्थिति  को आंकड़ों के जरिए समझने की कोशिश करें, तो एनपीपी यानी की नेशनल पीपुल्स पार्टी, जो कि बीजेपी की सहयोग दल है, प्रदेश की 18-24 सीटों पर जीत का पताका फहराती हुई नजर आ रही है। उधर, बीजेपी 6 से 11  सीटों पर बढ़त बनाती हुई नजर आ रही है। इस तरह से इस बार भी सियासी हवा बीजेपी के पक्ष में है, क्योंकि सर्वे के मुताबिक,  बीजेपी और उसके सहयोगी दलों को उतनी सीटें मिलती हुई नजर आ रही है, जिससे की कांग्रेस की राह रोकी जा सकें। वहीं, अगर अन्य सियासी दलों के प्रदर्शन की बात करें, तो टीएमसी भी 8 से 11 सीटों पर जीत का पताका फहराती हुई नजर आ रही है। कांग्रेस 3-6 सीटों पर जीत का झंडा बुलंद करती हुई नजर आ रही है।



उधर, यूडीपी यानी की यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी 4 से 6  सीटों पर अपना किला फतह करती हुई नजर आ रही है। इसके अलावा पीपुल्स डेमोक्रेटिक फ़्रंट 1-3 सीटों पर जीत का पताका फहराती हुई नजर आ रही है। उधर, आईएनडी हिल स्टेट पीपुल्स डेमोक्रेटिक 1 -3 सीटों पर जीत का झंडा बुलंद करती हुई नजर आ रही है। इसके अलावा अन्य दल 4-6 सीटें जीतती हुई नजर आ रही है, तो इस तरह से आप देख सकते हैं कि प्रदेश में सियासी रुख कुल मिलाकर बीजेपी के पक्ष में है। इस सर्वे के आधार पर यह कहना उचित रहेगा कि बीजेपी इस बार किंगमेकर की भूमिका में नजर आ सकती है। बहरहाल, अब यह सर्वे कितने चरितार्थ और सटीक साबित होते हैं, इसके लिए हमें और आपको नतीजों के दिन यानी की 2 मार्च का इंतजार करना होगा।

आपको बता दें पिछले कुछ दिनों से बीजेपी मिशन पूर्वोत्तर को फतह करने की तैयारी जुटी हुई है। बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मेघालय की राजधानी शिलॉन्ग में चुनाव प्रचार करने पहुंचे थे। जहां उन्होंने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा था। पीएम मोदी ने कांग्रेस को मोदी तेरी कब्र खुदेगी जैसे शर्मनाक नारे को लेकर आड़े हाथों लिया था। प्रधानमंत्री ने कहा था कि कांग्रेस कह रही है कि मोदी तेरी कब्र खुदेगी, लेकिन जनता कह रही है कि मोदी तेरा कमल खिलेगा। इसके अलावा उन्होंने कांग्रेस को परिवारवाद की राजनीति को लेकर भी आड़े हाथों लिया था और मेघालय की जनता से बीजेपी के पक्ष में वोट करने की अपील की थी। बहरहाल, आज हुए चुनाव में मेघालय की जनता ने किसके पक्ष में वोट किया है। यह तो फिलहाल आगामी 2 मार्च यानी की नतीजों के दिन ही स्पष्ट हो पाएगा।