Bharat JodoYatra: ‘जम्मू-कश्मीर के लोगों ने हैंड ग्रेनेड नहीं, बल्कि प्यार दिया’ भारत जोड़ो यात्रा के समापन समारोह पर बोले राहुल

Bharat JodoYatra: कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा आज (30 जनवरी, 2023) को अपने अंतिम पड़ाव पर आ चुकी है। बीते रविवार को राहुल ने जम्मू-कश्मीर स्थित लाल चौक पर यात्रा के दौरान तिरंगा झंडा फहराया था। इस बीच उनके कटआउट को लेकर भी सवाल पैदा हुए थे।

सचिन कुमार Written by: January 30, 2023 1:52 pm

नई दिल्ली। आगामी लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए केंद्र की मोदी सरकार के विरोध में राजनीतिक माहौल को जन्म देने की दिशा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जब कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारत जोड़ो यात्रा निकालने का फैसला किया था, तो राजनीतिक गलियारों में चर्चागोशियों का बाजार गुलजार हो गया। कहीं कानाफूसी शुरू हो गई, तो कहीं कयासबाजी। उधर, मुख्तलिफ सवाल उठने लगे कि क्या यह यात्रा राहुल के पक्ष में राजनीतिक माहौल को जन्म देने की दिशा में उपयोगी और सार्थक साबित हो पाएगी। हालांकि, यात्रा के अंतिम पड़ाव तक पहुंचने के बाद भी इस सवाल का जवाब किसी के पास नहीं है। लेकिन, अब एक बात साफ है कि मुख्तलिफ चुनावों को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस एक्शन मोड में आ चुकी है।

वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा आज (30 जनवरी, 2023) को अपने अंतिम पड़ाव पर आ चुकी है। बीते रविवार को राहुल ने जम्मू-कश्मीर स्थित लाल चौक पर यात्रा के दौरान तिरंगा झंडा फहराया था। इस बीच उनके कटआउट को लेकर भी सवाल पैदा हुए थे। दरअसल, उनका कटआउट तिरंगे से भी बड़ा था, जिसे लेकर राजनीतिक गलियारों में सियासी चर्चाओं का बाजार गुलजार हो चुका था। इस बीच आज राहुल गांधी ने श्रीनगर स्थित शैर-ए-कश्मीर में जनसभा को संबधित किया जिसमें उन्होंने मुख्तलिफ मुद्दों को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला।

आपको बता दें कि यात्रा के समापन के दौरान राहुल गांधी ने शेर-ए-कश्मीर में जनसभा बुलाई थी। जिसमें उन्होंने मुख्तलिफ मुद्दों पर अपनी राय साझा कीं। उन्होंने कई मुद्दों को लेकर केंद्र की मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान मैंने बहुत कुछ सीखा। राहुल ने कहा कि कश्मीर के लोगों ने मुझे हेंड ग्रेनेड नहीं, बल्कि प्यार दिया है। दिल खोलकर प्यार दिया है। आंसुओं से मेरा स्वागत किया है। इसलिए मैं कश्मीर के लोगों का हमेशा दिल से आभार व्यक्त करूंगा। राहुल ने आगे कहा कि मैंने जम्मू-कश्मीर चार दिन तक यात्रा की थी और मैं यह बात दावे से कह सकता हूं कि बीजेपी का कोई भी नेता ऐसा नहीं कर सकता है। बीजेपी का कोई भी नेता जम्मू-कश्मीर में एक दिन भी यात्रा नहीं कर सकता है।

राहुल गांधी ने आगे कहा कि, ‘बीजेपी के लोगों को कश्मीर में यात्रा करने से डर लगता है, लेकिन मुझे बिल्कुल नहीं लगा है, क्योंकि जम्मू-कश्मीर के लोगों ने बहुत प्यार दिया और मैं यह बात दावे से कह सकता हूं कि बीजेपी के किसी भी नेता को ऐसा प्यार घाटी में नहीं मिल सकता है। उन्होंने आगे कहा कि मुझे इस यात्रा को अंजाम देने में किसी भी प्रकार की समस्या नहीं हुई, क्योंकि मैं आठ से 10 किलोमीटर तक हमेशा चलता हूं।

राहुल ने आगे कहा कि मुझे बचपन में फुटबॉल के दौरान चोट लग गई थी, लेकिन मैं एक बात कह देना चाहता हूं कि जम्मू-कश्मीर आते ही मेरा सारा दर्द खत्म हो गया और यह सबकुछ मुमकिन हो पाया, क्योंकि घाटी के लोगों ने मुझे बेइंतहा प्यार दिया।  इस बीच मंच पर प्रियंका गांधी वाड्रा भी आई और उन्होंने भी अपने संबोधन में मुख्तलिफ मुद्दों को लेकर अपनी राय साझा कीं।

इसके साथ ही राहुल गांधी ने हिंसा पर भी अपनी राय साझा की। उन्होंने कहा कि मैं हिंसा को समझता हूं। मैं हिंसा के दर्द को समझता हूं। क्योंकि मैंने हिंसा देखी है। पुलवामा में जो जवान शहीद हुए हैं, मैं उनके परिवार के दर्द को समझ सकता हूं, लेकिन पीएम मोदी और अमित शाह नहीं समझ सकते हैं। इस बीच राहुल ने एक प्रसंग का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि जब वे अमेरिका में थे, तो उस वक्त उन्हें फोन आया कि उनके पिता राजीव गांधी नही रहे। उनकी हत्या कर दी गई। राहुल ने कहा कि मैं नहीं चाहता हूं कि किसी जवान के घर पर ऐसे फोन आए। ध्यान रहे कि अब तक राहुल ने जितने भी संबोधन दिए, उसमें यह संबोधन उनका सर्वाधिक भावुक अनुभव था। अब ऐसी स्थिति में आगामी लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए यह यात्रा कितनी कारगर साबित हो पाती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।