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New CDS of India: बिपिन रावत के बाद दूसरे CDS अनिल चौहान भी देवभूमि से, CM धामी ने ऐसे दी बधाई

New CDS of India: सीएम धामी ने ट्वीट कर लिखा, ”उत्तराखंड के सपूत लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान (से.नि.) जी को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) नियुक्त किए जाने पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। हमें पूर्ण विश्वास है कि आपके कुशल नेतृत्व में भारतीय सेना सदैव की भांति राष्ट्रीय सुरक्षा के क्षेत्र में नया कीर्तिमान स्थापित करेगी।”

नई दिल्ली। देश को आज नया चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ यानी सीडीएस मिल गए है। भारत सरकार ने बुधवार को लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) अनिल चौहान (Lt General Anil Chauhan) को देश का अगला सीडीएस नियुक्त कर दिया है। इसके अलावा अनिल चौहान भारत सरकार में सैन्य मामलों के विभाग के सचिव के रूप में भी कार्य करेंगे। रक्षा मंत्रालय ने इसकी जानकारी दी। आपको बता दें कि जनरल बिपिन राव (General Bipin Rawat) के निधन के बाद से सीडीएस का पद खाली पड़ा हुआ था। इसके अलावा खास बात ये है कि दिवंगत जनरल बिपिन रावत की तरह अनिल चौहान भी पहाड़ी सूबे से ताल्लुक रखते है। लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) अनिल चौहान  उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल के निवासी हैं। अनिल चौहान को अगला सीडीएस नियुक्त किए जाने की खबर सामने आने के बाद उत्तराखंड के लोगों में जश्न का माहौल है।

वहीं अनिल चौहान को देश का अगला सीडीएस चुने जाने पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट के माध्यम से बधाई दी है।  सीएम धामी ने ट्वीट कर लिखा, ”उत्तराखंड के सपूत लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान (से.नि.) जी को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) नियुक्त किए जाने पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। हमें पूर्ण विश्वास है कि आपके कुशल नेतृत्व में भारतीय सेना सदैव की भांति राष्ट्रीय सुरक्षा के क्षेत्र में नया कीर्तिमान स्थापित करेगी।”

केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी (Pralhad Joshi) ने भी अनिल चौहान को देश का अगला सीडीएस बनाने पर बधाई दी है।

जानिए कौन हैं देश के दूसरे सीडीएस अनिल चौहान-

जानकारी के लिए बता दें कि दिवंगत जनरल बिपिन रावत की कुर्सी संभालने वाले अनिल चौहान का जन्म 18 मई को 1961 में हुआ था। पहली बार वह वर्ष 1981 में इंडियन आर्मी की 11 गोरखा राइफल्स में भर्ती हुए थे। वह नेशनल डिफेंस अकेडमी (NDA), खडकवासला और इंडियन मिलिट्री अकेडमी (IMA) देहरादून के पूर्व छात्र रह चुके हैं। बता दें कि अनिल चौहान 40 साल से ज्‍यादा सेना में रहकर देश की सेवा कर चुके हैं। इसके अलावा वो जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्‍तर में आतंकवाद विरोधी अभियानों में उनके पास लंबा अनुभव है।