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Uttarakhand: जोशीमठ के बाद अब टिहरी के लोगों में दहशत का माहौल, घर की दीवार में आई दरार

Uttarakhand: टिहरी झील के पास के गांव के लोगों में इस वक्त दहशत में है। टिहरी झील से सटे भटकंडा गांव में घरों की दीवारों में दरारें देखी गई है। इसके अलावा सड़कों में भी दरार नजर आ रही है। स्थानीय लोग दहशत में टूटे घरों में रहने को मजबूर है। टिहरी झील के पानी के उतार-चढ़ाव के चलते यहां पर लगातार भूस्खलन हो रहा है।

नई दिल्ली। उत्तराखंड के चमोली जिले के जोशीमठ (Joshimath) में हो रहे भूधंसाव ने जहां शासन-प्रशासन के होश उड़ा दिए हैं। अचानक घरों में आई दरारों ने स्थानीय लोगों के बीच हड़कंप मचा दिया है। लोग अपना घर-बार छोड़कर दूसरी जगह जाने को मजबूर है। लोगों का आरोप है कि विकास के नाम पर लगातार जो विस्फोट किया जा रहा है उसी का नतीजा है कि यहां घरों मे दरारें आई है। वहीं उत्तराखंड सरकार भी जोशीमठ मामले को लेकर एक्शन मोड है। सीएम पुष्कर सिंह धामी खुद जोशीमठ का दौर कर चुके हैं, और प्रभावित परिवार वालों से मुलाकात भी की। इस दौरान उन्होंने प्रभावित परिवार वालों का ढांढस भी बंधाया। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद जोशीमठ की ताजा स्थिति पर नजर बनाए रखे हुए हैं। लेकिन अचानक से जोशीमठ में हुए भूधंसाव ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है।

जोशीमठ के वाजूद को लेकर कहीं न कहीं सवाल खड़े हो रहे हैं। ऐसे में एक और चिंता में ड़ालने वाली खबर सामने आई है। दरअसल अब जोशीमठ के बाद टिहरी में जमीन दरकने की खबर सामने आई है। टिहरी झील के पास के गांव के लोगों में इस वक्त दहशत में है। टिहरी झील से सटे भटकंडा गांव में घरों की दीवारों में दरारें देखी गई है। इसके अलावा सड़कों में भी दरार नजर आ रही है। स्थानीय लोग दहशत में टूटे घरों में रहने को मजबूर है। टिहरी झील के पानी के उतार-चढ़ाव के चलते यहां पर लगातार भूस्खलन हो रहा है। हालात इस कदर है कि ग्रामीण डर के साए में जीने को मजबूर है। लोग अपना घर छोड़कर दूसरी जगहों पर किराए देकर रहने को मजबूर है।

बता दें कि इससे पहले ऋषिकेश से करीब 25 किलो मीटर दूर एक गांव में भी लोगों के मकानों में दरार पड़ने से हड़कंप मचा हुआ है। अटाली गांव के कई घरों में दरार की खबर सामने आई है। बताया जा रहा है कि दरारों की वजह यहां से कर्णप्रयाग तक रेल की पटरी बिछाए जाने की वजह है। आपको बता दें कि अटाली के पास से इसके लिए सुरंग भी खोदी जा रही है। यहां के लोगों का प्रशासन के खिलाफ गुस्सा भी देखने को मिल रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस सुरंग की खोदाई के चलते ही उनके घरों और खेतों में दरारें हुई हैं।