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Ramesh Bidhuri Remark: निशिकांत दुबे के बाद अब रविकिशन ने भी दानिश अली पर लगाए ये आरोप, लोकसभा स्पीकर से की जांच की मांग

Ramesh Bidhuri Remark: सदन में मौजूद राजनाथ सिंह ने फौरन सदन में खड़े होकर अपने सांसद की करतूत पर शर्मिंदगी जताते हुए माफी मांगी। लेकिन, विपक्ष की ओर से उन्हें सदन से निलंबित किए जाने की मांग की जा रही है। वहीं, बीते दिनों राहुल गांधी दानिश अली से मिलने उनके आवास पर पहुंचे और उनसे मिलकर अपनी एकजुटता प्रदर्शित की।

नई दिल्ली। गोड्डा से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे के बाद अब रविकिशन ने भी दानिश अली के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने सवाल उठाया है कि जब रमेश बिधूड़ी के खिलाफ जांच हो रही है, तो दानिश अली के खिलाफ भी होनी चाहिए। उन्होंने भी एक बार नहीं, बल्कि कई बार लोकसभा के नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाईं हैं। रविकिशन ने पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि जब संसद में जनसंख्या नियंत्रण पर विधेयक लाया जा रहा था, तो दानिश ने मेरे परिवार के खिलाफ विवादास्पद टिप्पणी की थी, लिहाजा मेरी लोकसभा स्पीकर से मांग है कि वो दानिश के खिलाफ कार्रवाई करें। बता दें कि दानिश ने इस संदर्भ में लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को पत्र भी लिखा है, जिसमें उन्होंने कई मसलों को लेकर दानिश पर बड़े आरोप लगाए हैं, जिसे लेकर विवादों का बाजार गुलजार हो चुका है। अब ऐसे में यह पूरा माजरा आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।

ध्यान दें, इससे पहले बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने भी बीते शनिवार को लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को पत्र लिखकर रमेश बिधूड़ी के साथ-साथ दानिश अली के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की मांग की थी। अपने पत्र में दानिश ने कहा था कि इस बात में कोई दो मत नहीं है कि लोकसभा में चंद्रयान-3 की सफलता पर चर्चा के दौरान बिधूड़ी ने जिस तरह की टिप्पणी की है, वो निंदनीय है। उसकी जितनी भत्सर्ना की जाए, कम है, लेकिन मैं सदन का ध्यान इस ओर भी आकृष्ट करना चाहूंगा कि दानिश अली ने भी कई बार लोकसभा के नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाई थीं। वहीं, निशिकांत दुबे ने इस संदर्भ में ट्वीट कर कहा कि रमेश बिधूड़ी जी के लोकसभा में दिए बयान को कोई भी सभ्य समाज ठीक नहीं कह सकता। इसकी जितनी निंदा की जाए कम है लेकिन लोकसभा स्पीकर जी को सांसद दानिश अली के भी अमर्यादित शब्दों व आचरण की जॉंच करनी चाहिए। लोकसभा की नियम प्रक्रियाओं के तहत किसी सांसद के निर्धारित समय के बीच टोकना,बैठे बैठे बोलना, रनिंग कमेंट्री करना भी सजा के दायरे में आता है। मैं पिछले 15 साल से सांसद हूँ। लोकसभा के खुलने से लेकर बंद होने तक सबसे ज़्यादा समय तक मैं सदन में रहता हूँ, ऐसा दिन देखने को मिलेगा कभी सोचा नहीं था।

बता दें कि दानिश अली पर धर्म के आधार पर टिप्पणी के मामले में लोकसभा स्पीकर ओम बिरला की ओर से उन्हें नोटिस जारी कर 15 दिनों के अंदर जवाब तलब किया गया है। वहीं, लोकसभा स्पीकर की ओर से यह भी स्पष्ट कर दिया गया है कि अगर बिधूड़ी ने दोबारा से सदन की गरिमा को ठेस पहुंचाने का प्रयास किया, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने में कोई कोताही नहीं बरती जाएगी। वहीं, सदन में मौजूद राजनाथ सिंह ने फौरन सदन में खड़े होकर अपने सांसद की करतूत पर शर्मिंदगी जताते हुए माफी मांगी। लेकिन, विपक्ष की ओर से उन्हें सदन से निलंबित किए जाने की मांग की जा रही है। वहीं, बीते दिनों राहुल गांधी दानिश अली से मिलने उनके आवास पर पहुंचे और उनसे मिलकर अपनी एकजुटता प्रदर्शित की।

वहीं, अब इस पूरे मामले पर बीजेपी सांसद हरनाथ सिंह का भी बयान सामने आया है। जिसमें उन्होंने कहा है कि “इस देश का एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते, मैंने लोकसभा अध्यक्ष को लिखा है और मुझे इस बात पर आश्चर्य हुआ कि रमेश बिधूड़ी ने संसद के अंदर ऐसे शब्दों का इस्तेमाल क्यों किया, लेकिन जब मैं मामले की गहराई में गया, तो मुझे पता चला कि बसपा सांसद दानिश अली ने कहा था कि पीएम मोदी ‘नीच’ हैं। दानिश अली के इस तरह के अमर्यादित आचरण ने उन्हें (रमेश बिधूड़ी को) उकसाया…मैं संसद के अंदर किसी भी तरह की अपमानजनक टिप्पणी का समर्थन नहीं करता…लेकिन मुझे आश्चर्य है कि किसी भी विपक्षी नेता ने इस टिप्पणी पर बात नहीं की।” बहरहाल, अब इस पूरे मसले को लेकर विवाद गरमाया हुआ है। अब ऐसे में यह पूरा माजरा आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।