
नई दिल्ली। भारत के खिलाफ लगातार साजिश रचने वाले चीन को डबल झटका लगा है! श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके के बाद अब मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने भी साफ कह दिया है कि उनका देश भारत की सुरक्षा को खतरा पैदा नहीं होने देगा। खास बात ये है कि श्रीलंका और मालदीव के राष्ट्रपति चीन के करीबी माने जाते हैं। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू भारत के दौरे पर आए हैं। मोहम्मद मुइज्जू से रविवार को विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने मुलाकात की। मालदीव के राष्ट्रपति को आज पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात करनी है। इससे पहले इसी साल जून में मोदी सरकार के शपथग्रहण में भी मोहम्मद मुइज्जू विशेष आमंत्रित हस्ती के तौर पर भारत आए थे।
मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू से अंग्रेजी अखबार द टाइम्स ऑफ इंडिया ने पूछा कि आप चीन के साथ काम कर रहे हैं। क्या भारत भरोसा कर सकता है कि मालदीव ऐसा कुछ नहीं करेगा कि उसकी सुरक्षा के लिए खतरा पैदा हो? इस पर मोहम्मद मुइज्जू ने कहा कि भारत की सुरक्षा कमजोर करने का कोई काम मालदीव नहीं करेगा। मालदीव के राष्ट्रपति ने कहा कि भारत अहम साझेदार और दोस्त है। उन्होंने कहा कि भारत और मालदीव के रिश्ते साझा सम्मान और हितों पर आधारित हैं। मोहम्मद मुइज्जू ने कहा कि दोनों देश सुनिश्चित कर रहे हैं कि क्षेत्र की सुरक्षा प्रभावित नहीं होगी। उन्होंने कहा कि भारत से अपने रिश्तों को मालदीव तरजीह देना जारी रखेगा और दूसरे देशों से मालदीव की बातचीत से भारत की सुरक्षा खतरे में नहीं पड़ेगी।
इससे पहले जब विदेश मंत्री एस. जयशंकर बीते दिनों श्रीलंका गए थे, तब वहां राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके ने साफ कह दिया था कि उनकी जमीन से भारत विरोधी गतिविधि नहीं होने देंगे। अनुरा कुमारा दिसानायके जिस जेवीपी पार्टी के हैं, उसे भारत विरोधी और चीन का करीबी माना जाता है। इसी तरह मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू भी हैं। जो पद संभालने के बाद सबसे पहले चीन के दौरे पर गए थे। मुइज्जू के मालदीव का राष्ट्रपति बनने के बाद दोनों देशों में उस वक्त तनाव हो गया था, जब 3 मंत्रियों ने पीएम नरेंद्र मोदी पर अशोभनीय टिप्पणी की थी। जिसके बाद विरोध में भारतीय पर्यटकों ने मालदीव जाना कम कर दिया और इससे मुइज्जू के देश की आमदनी को जोर का झटका लगा। इस हालत को देखते हुए मोहम्मद मुइज्जू ने बीते दिनों अपने पर्यटन मंत्री को भारत भेजा भी था। अब वो खुद रिश्ते सुधारने के लिए दिल्ली पहुंचे हैं।