नई दिल्ली। पांच बार विधायक रहे माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की मौत के बाद बांदा के जेल अधीक्षक को जान से मारने की धमकी मिली है। जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा के सीयूजी नंबर पर आज दोपहर के समय किसी अज्ञात व्यक्ति ने फोन किया और उनको जान से मारने की धमकी दी। जेल अधीक्षक ने तुरंत इसकी जानकारी कोतवाली में दी। जिसके बाद जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा की तहरीर पर नगर कोतवाली पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। फोन कहां से आया और किसने किया इस मामले में पुलिस द्वारा तफ्तीश की जा रही है।
माफिया मुख्तार अंसारी बांदा जेल में ही बंद था। 28 मार्च को बांदा जेल में बंद माफिया डॉन मुख्तार अंसारी अचानक बहोश होकर गिर पड़ा। आनन-फानन में जेल टीम उसे एंबुलेंस से मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंची। मेडिकल कॉलेज में जांच के बाद डॉक्टरों ने मुख्तार अंसारी को मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों ने कहा था कि कार्डियक अरेस्ट के कारण मुख्तार की मौत हुई है। मुख्तार अंसारी की मौत के दूसरे दिन 29 मार्च को बांदा मेडिकल कॉलेज में उसका पोस्टमार्टम किया गया। पोस्टमार्टम के बाद उसके बेटे उमर अंसारी को डेडबॉडी सुपुर्द की गई। कड़ी सुरक्षा-व्यवस्था के साथ डेडबॉडी को मुख्तार के गृह जिले गाजीपुर ले जाया गया जहां 30 मार्च को मुख्तार को सुपुर्द-ए-खाक किया गया।
मुख्तार की मौत के बाद यूपी के सियासी हलके में हड़कंप मच गया। मुख्तार के परिजनों और समर्थकों ने मुख्तार की मौत को साजिशन हत्या बताते हुए इसकी जांच की मांग की उठाई। उनका दावा है कि मुख्तार को जेल में जहर दिया गया और ये बात खुद मुख्तार ने अपने बेटे को फोन पर बताई। इसकी एक ऑडियो क्लिप भी सोशल मीडिया पर वायरल हुई है। हालांकि मुख्तार की मौत मामले की न्यायिक और मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए हैं। वहीं मुख्तार को मिट्टी दिए जाने को लेकर उनके भाई सांसद अफजाल अंसारी और गाजीपुर की डीएम आर्यका अखौरी के बीच तीखी बहस हो गई थी। डीएम ने धारा 144 का हवाला देते हुए कहा कि मुख्तार को मिट्टी देने केवल परिवार के लोग जाएं, पूरा कस्बा नहीं जाएगा। इस पर अफजाल ने कहा कि मिट्टी देने के लिए किसी की परमिशन लेने की जरूरत नहीं हैं, जितने लोग चाहे मिट्टी दे सकते हैं। जिसके बाद डीएम ने आदेश न मानने वालों पर कार्रवाई करने की बात कही।