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Akhilesh Yadav: कांग्रेस से टक्कर लेकर MP में अखिलेश यादव ने उतारे थे सपा के 69 उम्मीदवार, देखिए इनका क्या हुआ हाल!

Akhilesh Yadav: अखिलेश यादव ने मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में 69 सीटों पर सपा के प्रत्याशियों को टिकट दिया था। अगर सपा को मध्यप्रदेश में जनसमर्थन मिलने की बात करें, तो 2018 के मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में सपा को 1 सीट मिली थी। जबकि, 2008 में भी एक सीट पर सपा उम्मीदवार जीता था।

भोपाल। मध्यप्रदेश में कांग्रेस से नाराज होकर अखिलेश यादव ने अपनी समाजवादी पार्टी यानी सपा के भी कई दर्जन उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन ये सभी उनकी उम्मीद पर खरे नहीं उतरे। सपा को एक भी सीट पर जीत हासिल नहीं हुई, बल्कि उसका कोई भी प्रत्याशी दूसरे स्थान पर भी नहीं रहा। अखिलेश यादव की सपा को मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव में सिर्फ 0.46 फीसदी वोट हासिल हुए। इससे ज्यादा वोट नोटा में पड़े हैं। सपा का ये हाल तब है, जबकि अखिलेश यादव ने यहां पार्टी के पक्ष में घूम-घूमकर जोरदार प्रचार किया था। उनकी जनसभाओं में बड़ी तादाद में भीड़ भी उमड़ी थी।

अखिलेश यादव ने मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में 69 सीटों पर सपा के प्रत्याशियों को टिकट दिया था। अगर सपा को मध्यप्रदेश में जनसमर्थन मिलने की बात करें, तो 2018 के मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में सपा को 1 सीट मिली थी। जबकि, 2008 में भी एक सीट पर सपा उम्मीदवार जीता था।

2008 और 2018 में मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव में सपा को 1.9 और 1.3 फीसदी वोट मिला था, लेकिन इस बार वोट का प्रतिशत आधा फीसदी भी नहीं रह गया। 2007 में सपा ने मध्यप्रदेश के चुनाव में अब तक का सबसे ज्यादा 3.7 फीसदी वोट हासिल किया था। जबकि, 1998 में 1.58 फीसदी वोट जुटाकर सपा ने मध्यप्रदेश में 4 उम्मीदवारों को जीता लिया था। ऐसे में देखें, तो मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद अब सपा का मध्यप्रदेश में खराब हाल हुआ है।

अखिलेश यादव निश्चित तौर पर इस घनघोर पराजय का मंथन कर रहे होंगे। कांग्रेस के साथ 6 सीटों के समझौते पर भरोसा मिलने के बाद बंटवारा न किए जाने से अखिलेश ने कमलनाथ के खिलाफ जमकर बयानबाजी की थी। अब कांग्रेस से छत्तीस के आंकड़े के बाद अखिलेश यादव की सपा के 69 में से 43 उम्मीदवारों को 1000 से भी कम वोट हासिल हुए।

ऐसे में कांग्रेस अब उनसे ये कह सकती है कि आपकी हालत पहले से पता थी और इसी वजह से हमने सपा से सीटों का बंटवारा नहीं किया। देखना ये है कि मध्यप्रदेश के चुनाव नतीजे अखिलेश यादव और कांग्रेस के बीच रिश्तों को सामान्य बना पाते हैं या दोनों के बीच जुबानी जंग और तेज होती है।