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Akhilesh Gets Jolt: अखिलेश यादव को आज लगेगा तगड़ा झटका, पूर्व मंत्री धर्म सिंह सैनी फिर करेंगे बीजेपी में वापसी

डॉ. धर्म सिंह 4 बार विधायक रहे हैं। 2002 में बीएसपी से वो नकुड़ सीट जीते थे। फिर 2007 और 2012 में बीएसपी से विधायक रहे। 2017 के चुनाव से एक साल पहले वो बीजेपी में आए और फिर नकुड़ सीट जीते। 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा के टिकट पर लड़े थे, लेकिन बीजेपी के मुकेश चौधरी ने उनको 315 वोट से हरा दिया था।

खतौली। समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव को आज बड़ा झटका लगने वाला है। 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी सरकार में मंत्री रहे डॉ. धर्म सिंह सैनी को अखिलेश सपा के पाले में लाए थे। अब धर्म सिंह सैनी आज सपा का दामन छोड़कर फिर बीजेपी के पाले में जा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक सैनी समाज के कद्दावर चेहरा कहे जाने वाले धर्म सिंह सैनी आज खतौली में सीएम योगी आदित्यनाथ की जनसभा के दौरान एक बार फिर बीजेपी में वापसी करेंगे। पश्चिमी यूपी में सैनी वोटरों की तादाद काफी है। ऐसे में लोकसभा चुनाव से पहले सैनी की घर वापसी कराकर बीजेपी अब सपा को तगड़ी चोट देने जा रही है।

dharm singh saini with akhilesh yadav

सैनी ने क्या आरोप लगाकर बीजेपी छोड़ी थी, ये बात हम बाद में बताएंगे, लेकिन पहले उनके सियासी सफर को देख लेते हैं। डॉ. धर्म सिंह 4 बार विधायक रहे हैं। 2002 में बीएसपी से वो नकुड़ सीट जीते थे। फिर 2007 और 2012 में बीएसपी से विधायक रहे। 2017 के चुनाव से एक साल पहले वो बीजेपी में आए और फिर नकुड़ सीट जीते। पिछले यानी 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा के टिकट पर नकुड़ सीट से लड़े थे, लेकिन बीजेपी के मुकेश चौधरी ने उनको 315 वोट से हरा दिया था। माना जा रहा है कि इसके बाद ही सपा में डॉ. धर्म सिंह सैनी की पूछ कम होती जा रही थी। अब वो फिर बीजेपी के पाले में लौट रहे हैं। कयास हैं कि उनको संगठन या सरकार में कोई पद दिया जा सकता है।

dharm singh saini 1

योगी सरकार के पहले दौर में धर्म सिंह सैनी आयुष मंत्री थे। सपा में जाने से पहले उन्होंने आरोप लगाया था कि बीजेपी में बात सुनी नहीं जाती। उन्होंने कहा था कि विधानसभा में धरना देने वाले 140 विधायकों को जब धमकी दी गई, तो सबने तय किया था कि जवाब दिया जाएगा। सैनी के साथ ही स्वामी प्रसाद मौर्य ने भी बीजेपी छोड़ सपा का दामन थामा था। तब करीब 20 नेताओं ने बीजेपी छोड़ी थी। हालांकि, स्वामी प्रसाद जैसे भी चुनाव हारे और तभी से सपा में किनारे बिठाए जाने की बात कही जा रही है। धर्म सिंह की बीजेपी में वापसी ये भी बताती है कि सियासत में कोई हमेशा के लिए दोस्त या दुश्मन नहीं होता। अब सबकी नजर स्वामी प्रसाद मौर्य पर है। क्या वो भी बीजेपी में वापसी करेंगे?