नई दिल्ली। असम के बाद अब मध्य प्रदेश में भी मदरसों को लेकर राजनीति शुरू हो गई है। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की शिवराज सिंह सरकार में कैबिनेट मंत्री उषा ठाकुर (Usha Thakur) ने मदरसों को लेकर बड़ा बयान दिया है। उषा ठाकुर ने मदरसों को दी जाने वाली सरकारी ग्रांट बंद किए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि सभी आंतकी मदरसों से ही निकले हैं, इसलिए इनको दी जाने वाली सरकारी मदद बंद कर देनी चाहिए। बता दें, हाल ही में असम सरकार ने शासकीय खर्च से चलने वाले मदरसों को बंद करने का फैसला लिया है। असम सरकार ने कहा है कि धार्मिक शिक्षा के लिए सरकारी मदद नहीं दी जा सकती।
इंदौर में मीडिया को संबोधित करते हुए उषा ठाकुर ने कहा, ‘मदरसों को शासकीय सहायता बंद होनी चाहिए, वक्फ बोर्ड अपने आप में खुद एक सक्षम संस्था है। अगर कोई पर्सनल तौर पर कोई मदद करना चाहता है तो हमारा संविधान उसकी इजाजत देता है, लेकिन हम खून पसीने की गाढ़ी कमाई को जाया नहीं होने देंगे। हम उस पैसे का इस्तेमाल विकास के काम में लगाएंगे।’
#MadhyaPradesh: संस्कृति मंत्री #UshaThakur बोलीं- मदरसों से निकलते हैं आतंकवादी
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उषा ठाकुर ने मदरसों पर इल्जाम लगाते हुए कहा, ‘मदरसों में जिस तरह की शिक्षा दी जाती है उस हिसाब लगता है कि यहां से आतंकवादी ही बाहर निकलते हैं, तो क्यों न देश विरोधी गतिविधियां जो मदरसो में की जा रही हैं, उन्हें बंद किया जाए और जनता के खून पसीने की गाढ़ी कमाई का इस्तेमाल विकास के कामों किया जाए।’
इस दौरान उन्होंने कमलनाथ पर वार करते हुए कहा, प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने यह बात कही थी कि आदिवासियों से कोई हिंदू नहीं लिखवाएगा जबकि वे अनादि काल से हिंदू हैं। कमलनाथ सरकार के फैसलों पर आपत्ति लेते हुए उन्होंने कहा कि एक तरफ मंदिरों की आय पर टैक्स लगा दिया और मदरसों को राहत देते रहे। कांग्रेस ने देश की एकता को खंड-खंड करने की नीति बनाई थी।