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Land For Job Scam: लालू यादव को बड़ा झटका, कथित करीबी अमित कत्याल को ईडी ने लैंड फॉर जॉब स्कैम में गिरफ्तार किया

लैंड फॉर जॉब स्कैम यानी जमीन लेकर रेलवे में नौकरी देने के आरोपी पूर्व रेल मंत्री लालू यादव और उनका परिवार इस मामले में मुश्किल में दिख रहा है। अमित कत्याल एके इन्फोसिस्टम के प्रमोटर हैं। इस कंपनी पर भी लैंड फॉर जॉब घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग करने का आरोप है।

नई दिल्ली। लैंड फॉर जॉब स्कैम यानी जमीन लेकर रेलवे में नौकरी देने के आरोपी पूर्व रेल मंत्री लालू यादव और उनका परिवार इस मामले में मुश्किल में दिख रहा है। प्रवर्तन निदेशालय ईडी ने इस मामले में लालू यादव और उनके परिवार के कथित करीबी अमित कत्याल को गिरफ्तार कर लिया है। अमित कत्याल एके इन्फोसिस्टम का प्रमोटर है। इस कंपनी पर भी लैंड फॉर जॉब घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग करने का आरोप है। इसी साल जुलाई में सीबीआई ने लैंड फॉर जॉब घोटाले में आरोपी के तौर पर एके इन्फोसिस्टम के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया था। ईडी का कहना है कि ये घोटाला करीब 600 करोड़ रुपए का है।

lalu rabri tejashwi yadav

ईडी ने जो आरोप पत्र कोर्ट में दिया है, उसमें लिखा गया है कि अमित कत्याल, लालू यादव का करीबी है और जमीन के बदले नौकरी घोटाले की लाभार्थी कंपनी एके इन्फोसिस्टम्स का पहले डायरेक्टर भी रहा है। इस कंपनी को दक्षिण दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी इलाके के एक पते पर रजिस्टर्ड कराया गया था। जहां का पता दिया गया है, उस घर में लालू यादव का परिवार रह रहा था। ईडी ने बयान में ये भी कहा था कि इस मकान को कागज पर एके इन्फोसिस्टम्स और मेसर्स एबी एक्सपोर्ट्स के दफ्तर के तौर पर घोषित किया गया। ईडी ने कहा था कि जिस पते पर एके इन्फोसिस्टम्स का दफ्तर दिखाया गया, उस संपत्ति का इस्तेमाल खास तौर पर लालू यादव के छोटे बेटे और अभी बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने आवासीय परिसर के तौर पर किया।

ED 66

इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों की जांच ईडी कर रही है। वहीं, पूरे घोटाले की जांच सीबीआई कर रही है। सीबीआई ने लैंड फॉर जॉब के घोटाले में लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट भी दाखिल की है। चार्जशीट दाखिल होने के बाद लालू यादव और उनके परिवार के लोगों को कोर्ट ने आवेदन करने पर जमानत दी थी। लालू यादव पहले ही चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता हैं और किडनी की बीमारी का इलाज कराने के लिए जमानत पर बाहर हैं। इस मामले में लालू यादव और परिवार पर आरोप लगा है कि रेल मंत्री रहते आरजेडी सुप्रीमो ने लोगों की जमीन लेकर उनको रेलवे में नौकरी दी। इन जमीनों को अपने परिवार के लोगों के नाम करा लिया। सीबीआई ने इस मामले में लालू और उनके परिजनों के नाम जमीन देकर नौकरी हासिल करने वाले रेलवे कर्मचारियों के बयान भी होने का दावा किया है। वहीं, लालू यादव और तेजस्वी यादव लगातार कहते रहे हैं कि कोई जमीन नौकरी के बदले नहीं ली गई।