
नई दिल्ली। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पीटीआई प्रमुख इमरान खान का दर्द छलका है। उन्होंने कहा कि अमेरिका भारत को जितनी इज्जत देता है, उतनी पाकिस्तान को नहीं देता है। इसके लिए मैं पूर्व की सरकारों को दोषी मानता हूं। उन्होंने कभी विदेश नीति को प्रबल बनाने की दिशा में काम नहीं किया।इसके अलावा इमरान ने आगे कहा कि आज की तारीख में अमेरिका के साथ हमारे रिश्ते मालिक और नौकर जैसे हैं। सवाल यह है कि आखिर इसके पीछे कसूर किसका है। यह विवेचना का विषय है।
इसके अलावा इमरान खान ने कहा कि उन्हें सत्ता से हटाने की साजिश भी किसी और ने नहीं, बल्कि अमेरिका ने ही रची थी। जिसे अंजाम देने में अमेरिका सफल रहा। लेकिन, मेरी लड़ाई जारी है। बता दें कि वर्तमान में इमरान खान शहबाज शरीफ सरकार के खिलाफ अपने समर्थकों के साथ मिलकर लॉन्ग मार्च निकाल रहे हैं। इमरान देश में दोबारा से चुनाव कराए जाने की मांग कर रहे हैं। बीते दिनों इमरान पर मार्च के दौरान हमला भी किया गया था। उनके पैरों में गोली लगी थी।
हालांकि, प्राथमिक उपचार के बाद वे दुरूस्त हुए। हालांकि, मामले में शामिल हमलावर को गिरफ्तार कर लिया गया था और उसने अपना गुनाह भी कबूल कर लिया था, जिसके बाद इमरान ने देश के नाम अपने पहले संबोधन में हमले का आरोप शहबाज के मंत्री पर लगाया था। हालांकि, उनके आरोप के बाद शहबाज सरकार ने पाकिस्तानी मीडिया को इमरान के संबोधन को टीवी पर लाइव नहीं दिखाने के निर्देश दिए थे। जिसके बाद शहबाज ने अपना रोष भी जताया था। इस बीच इमरान ने यह भी कहा कि अमेरिका जो भी करवाना चाहता है, वो पाकिस्तान के मदद के बिना मुमकिन नहीं है।