नई दिल्ली। हैदराबाद नगर निकाय चुनाव को लेकर रोड शो करने हैदराबाद पहुंचे भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और देश के मौजूदा गृह मंत्री अमित शाह ने हैदराबाद में चल रहे निजाम कल्चर को लेकर जमकर निशाना साधा। बता दें कि हैदराबाद निकाय चुनाव के लिए एक दिसंबर को वोटिंग होगी। ऐसे में आज प्रचार का आखिरी दिन है। अमित शाह रविवार को रोड शो करके बीजेपी के पक्ष में माहौल बनाने के लिए हैदराबाद पहुंचे थे। रोड शो की शुरुआत से पहले अमित शाह ने चारमीनार के ठीक पास भाग्यलक्ष्मी मंदिर में पूजा भी की। रोड शो के दौरान उन्हें भारी जनसमर्थन मिला। इसके बाद जब अमित शाह ने प्रेस कांफ्रेंस की तो उन्होंने हैदराबाद के विकास को लेकर लोगों से कई वादे किए। लोगों को भरोसा दिलाते हुए शाह ने कहा कि, भाजपा हैदराबाद निकाय चुनाव में बहुमत हासिल करेगी। हैदराबाद का अगला मेयर बीजेपी से होगा।
एक मिनी-इंडिया बनाने का वादा
हैदराबाद के विकास को लेकर अमित शाह ने कहा कि, हम हैदराबाद को नवाब, निज़ाम संस्कृति से मुक्त करने और यहां एक मिनी-इंडिया बनाने जा रहे हैं। हम हैदराबाद को एक आधुनिक शहर में बनाना चाहते हैं, जो निज़ाम की संस्कृति से मुक्त हो। अमित शाह ने कहा कि आईटी सेक्टर में निवेश से हैदराबाद को बहुत फायदा हो रहा है। पीएम मोदी ने युवाओं के लिए बहुत सारे अवसर पैदा किए हैं और यह विदेशी निवेशकों द्वारा भारत में दिखाए गए विश्वास को दर्शाता है।
ओवैसी लिखकर दें
गृह मंत्री ने रोहिंग्या के मुद्दे पर ओवैसी को निशाने पर लेते हुए कहा कि ओवैसी लिखकर दें, रोहिंग्या को बाहर निकाला जाएगा। लेकिन जब कानून लाते हैं तो संसद में लोग हल्ला करने लगते हैं।
इस चुनाव के लिए 1 दिसंबर को मतदान और 4 दिसंबर गिनती
उन्होंने कहा कि रोहिंग्या पर जब वह कार्रवाई करते हैं तो ये लोग (विपक्षी दल) शोर मचाने लगते हैं। ओवैसी एक बार लिखकर दे दें कि बांग्लादेशी और रोहिंग्या को निकाल दें, फिर मैं कुछ करता हूं। बता दें कि हैदराबाद निकाय के 150 सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए 1 दिसंबर को मतदान होंगे, जबकि मतगणना 4 दिसंबर को होगी।
टीआरएस के घोषणापत्र का कोई वादा पूरा नहीं हुआ
अमित शाह ने कहा कि मैं टीआरएस द्वारा पांच साल पहले किये गए घोषणापत्र का जिक्र करना चाहता हूं जिसे मजलिस का भी परोक्ष समर्थन हासिल था।
— टीआरएस ने 100 दिनों की कार्य योजना का वादा किया था। 100 दिन तो छोड़िये, पांच वर्ष होने को आये, इसमें से कुछ भी नहीं हुआ। इसमें कुछ भी कार्य हुआ हो तो टीआरएस बताये, तेलंगाना की जनता इसका हिसाब मांगती है।
— टीआरएस ने सिटिजन चार्टर का वादा किया था, इसका पहला पृष्ठ तक तैयार नहीं हुआ। हैदराबाद की जनता रोजमर्रा के कामों, गटर की सफाई, स्ट्रीट लाईट इत्यादि के लिए धक्के खा रही है लेकिन टीआरएस सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंगती।
— गरीब बस्तियों में 32 हजार से ज्यादा नल के कनेक्शन देने थे, इसमें पांच वर्षों में केवल 20% काम ही हुआ है।
— गरीबों के लिए एक लाख आवास बनाए जाने थे, अब तक पांच वर्ष में लगभग 1100 ही बन कर तैयार हुए जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने तेलंगाना को 1.35 लाख घरों के निर्माण के लिए पैसे दिए हैं।
— मुख्यमंत्री अपने फार्म हाउस से निकल कर सचिवालय आयें तब तो काम हो। भूसी नदी के किनारे-किनारे 42 किमी लंबे 6 लेन का रोड बनना था, अब तक नहीं बना। 15 डंप यार्ड बनने थे, एक भी तैयार नहीं हुआ।
— रवीन्द्र भारती की तर्ज पर 4 प्रेक्षागृह तैयार होने थे, यह योजना भी पूरी नहीं हुई।
— मुख्यमंत्री 10,000 करोड़ रुपये की एक योजना लेकर आये थे, इसमें कितना खर्च हुआ और क्या काम हुआ, किसी को भी नहीं पता।
— हुसैन सागर को स्वच्छ तालाब के रूप में विकसित करते हुए इसे टूरिस्ट स्पॉट बनाने का वादा किया गया था, यह भी पूरा नहीं हुआ।
— गांधी और उस्मानिया हॉस्पिटल की तर्ज पर चार नए हॉस्पिटल बनाए जाने का वादा किया गया था, आज तक एक भी हॉस्पिटल दिखाई नहीं दिया। ये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हैं जिन्होंने तेलंगाना में एम्स दिया और कई अस्पतालों में सुविधाएं विकसित की। उन्होंने गरीबों के लिए पांच लाख रुपये सालाना पांच लाख रुपये तक के मुफ्त स्वास्थ्य खर्च के लिए ‘आयुष्मान भारत’ योजना शुरू की लेकिन राजनीतिक स्वार्थ सिद्धि के लिए केसीआर ने इसे तेलंगाना में लागू नहीं होने दिया। हैदराबाद शहर के अर्बन गरीबों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। हैदराबाद की जनता केसीआर से जवाब मांगती है कि उन सभी वादों का क्या हुआ जो उनसे किये गए थे।