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Manipur Violence: मणिपुर में हिंसा रोकने के लिए सेना-पुलिस का मेगा ऑपरेशन, हथियार बरामद कर 135 को पकड़ा, पीएम मोदी से मिले शाह

मणिपुर के सीएम एन. बीरेन सिंह ने रविवार को राज्य में जारी हिंसा के संबंध में गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। उन्होंने बैठक के बाद कहा था कि राज्य में हिंसा पर प्रभावी रोक लगाई जाएगी। इसके लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे। बीरेन सिंह की शाह से मीटिंग के बाद ही सेना और पुलिस ने पूरी ताकत झोंक दी है।

नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आज पीएम नरेंद्र मोदी के आवास पर पहुंचे। वहां उन्होंने पीएम मोदी को मणिपुर हिंसा के मामले में ताजा हालात की जानकारी दी। बताया जा रहा है कि केंद्र सरकार मणिपुर में मैतेई बनाम कुकी के बीच जारी हिंसा को बंद करने के लिए अब सख्ती से पेश आने की तैयारी कर रही है। रविवार को ही सेना के छापा मारने पर आतंकी समूह के 12 लोगों को बचाने के लिए मणिपुर में महिलाओं ने रास्ता रोक लिया था। जिसके बाद सेना को उन्हें छोड़ना पड़ा। सिर्फ हथियार बरामद कर जवान लौटने पर मजबूर हुए थे।

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मणिपुर के सीएम एन. बीरेन सिंह।

मणिपुर के सीएम एन. बीरेन सिंह ने रविवार को राज्य में जारी हिंसा के संबंध में गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। उन्होंने बैठक के बाद कहा था कि राज्य में हिंसा पर प्रभावी रोक लगाई जाएगी। इसके लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे। जानकारी के मुताबिक गृहमंत्री ने राज्य की बीजेपी सरकार से कहा है कि मैदानी इलाकों में हिंसा रोकने के लिए वो कदम उठाए। केंद्रीय बल कुकी बहुल मणिपुर के पहाड़ी इलाकों में हिंसा करने वालों के पर कतरेगी। केंद्र सरकार मणिपुर में हिंसा को रोकने के लिए सुरक्षाबलों को ज्यादा अधिकार देने पर भी गंभीरता से विचार कर रही है।

Manipur

केंद्र सरकार किस तरह मणिपुर को लेकर गंभीर है, ये इसी से पता चलता है कि केंद्रीय बलों और पुलिस ने इंफाल पूर्व, बिष्णुपुर, चूराचांदपुर, कांगपोकपी, तमेंगलोंग और काकचिंग जिलों में मेगा ऑपरेशन छेड़ते हुए उग्रवादियों के 12 बंकरों को ध्वस्त कर दिया। एक खेत से 51 मिलीमीटर मोर्टार के 3 गोले, 84 मिलीमीटर मोर्टार के 3 गोले और आईईडी मिले। इनको भी नष्ट कर दिया गया। राज्य में 135 उपद्रवियों को बीते दिन गिरफ्तार किया गया है। अब तक मणिपुर में सुरक्षाबलों ने 1100 हथियार, 13702 गोले और 250 बम बरामद किए हैं। राज्य में जारी हिंसा में अब तक 120 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। जबकि, 50000 के करीब लोगों को विस्थापित होना पड़ा है।