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UCC: ‘ये लोग संविधान विरोधी हैं’, यूसीसी का विरोध करने वालों को आनंद रंगनाथन का करारा जवाब

यूसीसी को लेकर जारी बहस के बीच न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में आनंद रंगनाथन ने दो टूक कह दिया है कि वर्तमान में जो भी समान नागरिक संहिता का उल्लंघन कर रहे हैं, वो असल मायने में संविधान विरोधी है।

नई दिल्ली। देश में इन दिनों समान नागरिक संहिता को लेकर चर्चाओं का बाजार गुलजार है। कोई यूसीसी की पैरोकारी कर रहा है, तो कोई विरोध कर रहा है। वहीं, प्रधानमंत्री भी भोपाल में मेरा बूथ सबसे मजबूत कार्यक्रम में यह कहकर की किसी परिवार में दो कानून होगा तो क्या वह चल पाएगा… बोलकर यूसीसी को अपना समर्थन जाहिर कर चुके हैं। इतना ही नहीं, उत्तराखंड सरकार यूसीसी को लेकर मसौदा भी जारी कर चुकी है। अब इसे जल्द ही जमीन पर उतारने की कवायद शुरू की जाएगी। यूसीसी कमिशन ने बीते दिनों में प्रेसवार्ता में कहा था कि हमने इसका मसौदा तैयार करने से पहले हजारों लोगों से सुझाव आमंत्रित किए थे। इसके अलावा सीएम धामी भी मीडिया के समक्ष यूसीसी को लागू करने की अपनी प्रतिबद्धता जाहिर कर चुके हैं। वहीं, ओवैसी सरीखे नेता यूसीसी को मुस्लिम ही नहीं, बल्कि हिंदुओं के लिए नुकसानदायक बता रहे हैं।

वहीं, यूसीसी को लेकर जारी बहस के बीच न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में आनंद रंगनाथन ने दो टूक कह दिया है कि वर्तमान में जो भी समान नागरिक संहिता का विरोध कर रहे हैं, वो असल मायने में संविधान विरोधी हैं। बता दें कि उनके इस बायन ने सियासी गलियारों में भूचाल मचा दिया है। हालांकि, अभी तक इस पर किसी की भी कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। रंगनाथन का बयान ऐसे वक्त में सामने आया है, जब यूसीसी का विरोध लगातार तेज हो रहा है। वहीं, माना जा रहा है कि आगामी लोकसभा चुनाव में यूसीसी बड़ा मुद्दा बन सकता है।

बता दें कि यूसीसी का मतलब ही हुआ समान नागरिक संहिता। यानी की यूसीसी के लागू होने के बाद देश में रह रहे सभी नागरिकों को एक ही प्रकार के नियमों का पालन करना होगा। सभी लोगों को विवाह, दहेज, बच्चा गोद लेने सहित अन्य सामाजिक कार्यों में यूसीसी द्वारा निर्धारित किए गए नियमों का पालन करना होगा। ध्यान दें कि वर्तमान में लोग अपने-अपने धर्म द्वारा निर्धारित किए गए नियमों का पालन कर रहे हैं, लेकिन यूसीसी लागू होने के बाद वो ऐसा नहीं कर सकेंगे, इसलिए कई लोग इसका विरोध कर रहे हैं। बहरहाल, अब आगामी दिनों में यूसीसी को लेकर जारी बहस क्या रुख अख्तियार करती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।