नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव में अब सिर्फ 15 दिन का समय बचा है। ऐसे में कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व पार्टी नेताओं द्वारा किए जा रहे प्रचार प्रसार से संतुष्ट नहीं है। दिल्ली में कांग्रेस के स्थानीय नेताओं में चुनाव से पहले वो जोश नहीं दिख रहा है जो होना चाहिए। दिल्ली में कांग्रेस के प्रचार की धीमी गति को देखते हुए लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और वायनाड से पार्टी सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने चुनाव प्रचार के संबंध में एक ऑनलाइन बैठक ली और इसमें उन्होंने स्थानीय नेताओं के रवैये पर नाराजगी जताते हुए चुनाव प्रचार में जुटने का निर्देश दिया।
राहुल गांधी और प्रियंका ने स्थानीय नेताओं से कहा है कि वो प्रचार के लिए अपनी खुद की भी रणनीति बनाए और यह तय करें कि कांग्रेस ने जो वादे और गारंटिया अपने घोषणा पत्र में की हैं उनको जनता तक कैसे पहुंचाया जाए। इस बैठक में कांग्रेस के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव, मीडिया प्रभारी काजी निजामुद्दीन, दिल्ली प्रदेश के पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष समेत कई नेता मौजूद रहे। बैठक में इस बात पर भी चर्चा की गई कि आम आदमी पार्टी और बीजेपी के खिलाफ कांग्रेस पार्टी का नैरेटिव क्या होना चाहिए। साथ ही अन्य प्रदेशों से आने वाले कांग्रेस के बड़े नेताओं की भागीदारी भी चुनाव प्रचार में सुनिश्चित करने की बात बैठक में हुई।
आपको बता दें कि राहुल गांधी इस हफ्ते दिल्ली में कई रैलियों को संबोधित करेंगे। कल यानी 22 जनवरी को दिल्ली के सदर बाजार क्षेत्र में राहुल गांधी की जनसभा होगी। इसके अगले दिन 23 जनवरी को मुस्तफाबाद में राहुल की रैली होगी। 24 जनवरी को राहुल गांधी मादीपुर में जनसभा को संबोधित करने वाले हैं। इससे पहले राहुल सीलमुपर में एक रैली को संबोधित कर चुके हैं। दिल्ली में 5 फरवरी को वोटिंग होनी है जबकि रिजल्ट 8 फरवरी को घोषित होगा।