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J&K: कश्मीर के बारामूला में आतंकियों से मोर्चा लेते सेना का डॉगी ‘एक्सल’ शहीद, लोगों ने कहा- बहादुर को सैल्यूट

छिपे हुए आतंकियों को तलाशने का जिम्मा एक्सल को सौंपा गया था। उसी दौरान आतंकियों की तरफ से फायरिंग हुई। एक्सल को तीन गोलियां लगीं और वो शहीद हो गया। एक्सल के पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में शरीर पर 10 से ज्यादा चोटों के निशान मिले।

बारामूला। जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में आए दिन सेना के जवान वीरगति को प्राप्त करते हैं। अब सेना के एक खोजी डॉगी ने आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन में सर्वोच्च बलिदान दिया है। सेना के इस डॉगी का नाम एक्सल था। शनिवार को बारामुला में आतंकियों से मुठभेड़ चल रही थी। छिपे हुए आतंकियों को तलाशने का जिम्मा एक्सल को सौंपा गया था। उसी दौरान आतंकियों की तरफ से फायरिंग हुई। एक्सल को तीन गोलियां लगीं और वो शहीद हो गया। एक्सल के पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में शरीर पर 10 से ज्यादा चोटों के निशान मिले। उसकी जांघ की हड्डी भी फ्रैक्चर कर गई थी।

शहीद एक्सल की तैनाती 29 राष्ट्रीय रायफल्स में थी। राष्ट्रीय रायफल्स का ये दस्ता कश्मीर स्थित चिनार कोर के तहत आता है। सेना के मुताबिक एक्सल को आतंकियों ने उस वक्त निशाना बनाया, जब वो उनके छिपने की जगह पर पहुंच रहा था। बारामूला के इस ऑपरेशन में एक्सल और जवानों की बहादुरी से एक आतंकी की मौत हो गई। दो जवान घायल भी हुए। वानीगाम बाला इलाके में आतंकियों के होने की सूचना मिलने के बाद वहां सेना ने घेरा डाला था। फिलहाल मुठभेड़ में मारे गए आतंकी की पहचान नहीं हो सकी है। बता दें कि सेना और अर्धसैनिक बलों में डॉगी रखे जाते हैं। ये डॉगी आपातकालीन स्थितियों और आतंकियों से मुठभेड़ के अलावा ड्रग्स वगैरा की तलाशी का काम भी करते हैं। बीते दिनों अमरनाथ गुफा के पास सैलाब आने पर मलबे में दबे लोगों को भी सेना के इन डॉगी ने बचाया था।

INDIAN ARMY

एक्सल की शहादत पर लोगों का दुख उमड़ पड़ा। चिनार कोर के ट्विटर हैंडल पर इस खबर को सुनकर लोग शोक संवेदना देने लगे। लोगों ने एक्सल को श्रद्धांजलि के साथ उसकी बहादुरी को सैल्यूट भी किया। लोगों ने कहा कि एक्सल हमेशा यादों में रहेगा और उसकी बहादुरी को भुलाया नहीं जा सकता। लोगों ने और क्या कहा, ये आप चिनार कोर के ऊपर दिए ट्वीट के रिप्लाई सेक्शन में जाकर देख सकते हैं।