
लखनऊ। प्रयागराज में उमेश पाल की सनसनीखेज हत्या के मामले में न्यूज चैनल ‘एबीपी’ ने ताजा खुलासा किया है। न्यूज चैनल के मुताबिक उमेश पाल की हत्या की साजिश माफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ ने रची थी। एबीपी न्यूज के मुताबिक डीआईजी की जांच से खुलासा हुआ है कि बरेली जेल के अफसर अशरफ से लोगों की मुलाकात कराते थे। ये सभी मुलाकातें गैरकानूनी तरीके से कराई जाती थीं। जांच में पता चला है कि अशरफ के साथ बरेली जेल के जेलर राजीव मिश्रा और डिप्टी जेलर दुर्गेश प्रताप सिंह के अलावा आरक्षी शिवहरि और मनोज गौड़ भी मिले थे। मोटी रकम लेकर ये माफिया अतीक के भाई अशरफ से लोगों की मुलाकात कराते थे।
चैनल की खबर के मुताबिक डीआईजी की जांच से ये खुलासा भी हुआ है कि अशरफ से मुलाकात कराने के लिए चुनिंदा 3-4 आईडी का ही इस्तेमाल होता था। अशरफ के करीबी सद्दा और लल्ला गद्दी इन मुलाकातों के लिए जेल के अफसरों को मोटी रकम देते थे। इस मामले में गिरफ्तार सब्जी बेचने वाले दयाराम ने पूछताछ में बताया है कि 11 फरवरी को जेल में अशरफ से मिलने आए थे। मिलने वालों ने अतीक के फरार बेटे असद का आईडी प्रूफ भी दिया था। दो घंटे तक अशरफ से मुलाकात के बाद ये सभी चले गए थे। ऐसे में अब अशरफ से पूछताछ भी होने की पूरी संभावना है। बता दें कि उमेश पाल की हत्या के मामले में आरोपी असद समेत कई लोग अभी फरार हैं।

आरोपियों में माफिया अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन भी है। शाइस्ता पर 25 हजार का इनाम घोषित किया गया है। वहीं, असद समेत अन्य आरोपियों पर इनाम की राशि बढ़ाकर 5-5 लाख कर दी गई है। सूत्रों के मुताबिक हत्याकांड के दौरान बम फेंकने वाले गुड्डू मुस्लिम को एसटीएफ ने तलाश लिया था, लेकिन अपने ठिकाने तक पुलिसकर्मियों के पहुंचने से करीब 20 मिनट पहले वो फरार हो गया। खबर ये भी है कि एसटीएफ ने माफिया अतीक अहमद के एक और करीबी गुड्डू रायफल को कौशांबी से गिरफ्तार किया है। उसपर भी कई केस दर्ज हैं।