
पहलगाम। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार दोपहर हुए नरसंहार मामले में आतंकी आसिफ फौजी, अबु तलहा और सुलेमान शाह की पहचान हुई है। इनके अलावा पहलगाम के आतंकी हमले में शामिल अन्य दहशतगर्दों की पहचान भी की जा रही है। आसिफ फौजी और उसके तीन साथियों की फोटो भी सामने आई है। इनमें ये सभी अत्याधुनिक हथियार के साथ दिख रहे हैं। पहलगाम में जिस जगह आतंकी हमला हुआ, वहां के जंगल को सुरक्षाबलों ने घेर रखा है और इनकी तलाश की जा रही है। घने जंगल में आतंकियों की मूवमेंट देखने के लिए विशेष रडार भी इस्तेमाल किया जा रहा है।

इस बीच, खुफिया सूत्रों के हवाले से ये खबर भी आई है कि पहलगाम में 26 लोगों की जान लेने वाले आतंकियों ने वारदात के बाद पाकिस्तान में अपने आकाओं से बात की थी। इन आतंकियों ने पीओके स्थित मुजफ्फराबाद और पाकिस्तान के कराची में बातचीत की थी। इससे साफ है कि पहलगाम के नरसंहार में भी पाकिस्तान का हाथ है। लश्कर-ए-तैयबा के मुखौटा संगठन द रेजिस्टेंस फोर्स यानी टीआरएफ ने पहलगाम में 26 लोगों की हत्या और 17 अन्य को घायल करने की जिम्मेदारी ली है। टीआरएफ के नाम से लश्कर आतंकी वारदात कराता है। ताकि उसका नाम किसी आतंकी घटना से न जुड़े।
पहलगाम की बैसरन घाटी स्थित टूरिस्ट स्पॉट पर मंगलवार को पर्यटकों की काफी भीड़ थी। तभी आतंकी वहां पहुंचे और लोगों का नाम पूछ-पूछकर मारा। आतंकियों से बच निकले लोगों ने ये भी बताया कि कुछ लोगों की जान लेने से पहले दहशतगर्दों ने उनसे कलमा पढ़ने को कहा। एक पर्यटक का पैंट उतरवाकर उसका प्राइवेट पार्ट देखने के बाद कि वो मुस्लिम नहीं है, आतंकियों ने उसकी जान ली। मृतकों में भारतीय नौसेना के एक और आईबी के एक अफसर भी हैं। एक महिला के पति को मारने के बाद आतंकियों ने उससे कहा कि जाकर मोदी को बता देना। कई लोगों का ये भी कहना है कि आतंकी ये भी कह रहे थे कि मोदी को सिर चढ़ा रखा है। अब सबकी नजर इस पर है कि मोदी सरकार पहलगाम के नरसंहार का बदला किस तरह लेती है। क्योंकि पुलवामा और उरी घटना के बाद एयरस्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक कराए गए थे।