नई दिल्ली। सूडान में बीते 12 दिनों से सेना और अर्धसैनिक बलों के बीच जंग जारी है। इस हिंसा में अबतक करीब 400 लोगों के जान जाने की बात सामने आ रही है। सूडान में लगातार जारी तनाव के हिंसक होने के बाद अब अलग-अलग देशों द्वारा वहां फंसे अपने नागरिकों को निकालने का काम किया जा रहा है। भारत भी अपने नागरिकों को सुडान से वापस लाने के लिए ऑपरेशन कावेरी चला रहा है। अब तक ऑपरेशन कावेरी के तहत अब तक 670 भारतीय नागरिकों को सूडान से निकालकर भारत लाए जा चुके हैं। अब सूडान से भारतीयों की घर वापसी के बीच भारत के रक्षा अताशे कर्नल जीएस ग्रेवाल का एक वीडियो सामने आया है जिसमें वो संकटग्रस्त सूडान से निकाले जा रहे देशवासियों को आश्वासन देते हुए नजर आ रहे हैं कि वो अपने देश भारत सकुशल जरूर पहुंचेंगे…
क्या है ऐसा वायरल हो रहे वीडियो में…
सोशल मीडिया पर भारत के रक्षा अताशे कर्नल जीएस ग्रेवाल का जो वीडियो वायरल हो रहा है उसमें वो लोगों से कहते हुए नजर आ रहे हैं, ‘हम जेद्दा सकुशल पहुंच गए हैं, सभी लोग परिवार के साथ सुरक्षित हैं। सभी को बस भरोसा रखने की जरूरत है, हम सभी साथ हैं और सभी सुरक्षित और जल्दी घर पहुंचेंगे। सभी बस अपना सहयोग बनाए रखें। हम पहले बच्चों और महिलाओं को घर भेजने की कोशिश कर रहे हैं ताकि उन्हें ज्यादा दिक्कत न हो। लेकिन अब जब सारी परेशानी लगभग खत्म हो गई है खाना-पानी सब मुहैया हो गया है तो सभी विश्वास रखे। हमारे पास काफी जहाज हैं कुछ दिनों में हम सभी यहां से अपने घरों में पहुंच जाएंगे।’
#WATCH | India’s Defence Attaché to Saudi Arabia Col GS Grewal assures Indian nationals being evacuated from Sudan through Saudi Arabia that they will be safely taken back to India. In this viral video, he can be seen asking people to cooperate with agencies in the evacuation… pic.twitter.com/JvSqAdzB52
— ANI (@ANI) April 26, 2023
वंदे मातरम और भारत माता के लगे नारे
इस वीडियो में पीछे लोगों को वंदे मातरम और भारत माता की जय के नारे लगाते हुए देखा जा सकता है। वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल भी हो रहा है।
क्या बोलें सूडान हिंसा से भारत लौटने वाले लोग
सूडान हिंसा से भारत लौटने वालों ने वहां की जो आपबीती बताई है वो डरा देने वाली है। सूडान से भारत लौटे पंजाब के होशियारपुर के रहने वाले तसमेर सिंह का कहना है कि उन्हें अभी भी विश्वास नहीं हो रहा है कि वो अपने देश में लौट आए हैं। हमें वहां लाशों की तरह रहना पड़ रहा था। न बिजली, न पानी बस एक छोटे से कमरे में हम बंद थे। हमें यकीन नहीं था कि हम एक बार फिर से इस तरह की आसान जिंदगी जी पाएंगे।