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Atiq Ahmed Interrogation: ‘हम तो मिट्टी में मिल गए हैं अब लेकिन..’ पूछताछ में अतीक अहमद का रो-रो कर बुरा हाल

Atiq Ahmed is in bad condition by crying in the interrogation : अतीक ने अपने बेटे को विदेश में वकालत की पढ़ाई करने के लिए भेजने का प्लान बनाया था, लेकिन  उसके परिवार का आपराधिक पृष्ठिभूमि की वजह से उसे पासपोर्ट नहीं मिल पाया। जिसके बाद असद ने  पढ़ाई छोड़कर अपराध की दुनिया में कदम रखा।

नई दिल्ली। जिस अतीक अहमद का नाम सुनते ही हर किसी की रूह कांप जाया करती थी…जिस अतीक के आगे सरकारें भी नतमस्तक होना ही मुनासिब समझती थी…जिस अतीक के आगे कानून-व्यवस्था भी खुद को बेबस और लाचार हो जाती थी…आज वही अतीक इतना बेबस हो चुका है कि पुलिस के सामने खुद अपनी गलतियों का इकबाल कर रहा है। कह रहा है कि इन सबका कसूरवार में ही हूं। कभी पुलिस को धौंस दिखाने वाला अतीक आज पुलिस के आगे ही गिड़गिड़ा रहा है। पुलिस से मिन्नते कर रहा है। कह रहा हुजूर मुझे अपने बेटे के जनाजे में शामिल होने दीजिए। एक पिता के लिए इससे बड़ा पीड़ादायी और क्या होगा कि उसके कांधे पर उसके बेटे का जनाजा ले जाया जाएगा, लेकिन शायद अतीक यह भूल गया है कि उसने कई पिताओं से उनके बेटे छीने हैं। आपको बता दें कि पिछले चार दशक के माफियागिरी में अतीक 100 से भी ज्यादा मामलों में नामजद है, लेकिन पहले की सरकारों की सरपरस्ती की वजह से उन मुकदमों की तफ्तीश कभी मुकम्मल ही नहीं हो पाई थी, लेकिन आज सीएम योगी ने अपने कहे अनुसार माफियाओं को मिट्टी में ही मिला दिया।

बहरहाल, पुलिस पूछताछ में अतीक की बेबसी का अंदाजा आप महज इसी से लगा सकते हैं कि उसने खुद इस बात को स्वीकार कर लिया है कि हम मिट्टी में मिल गए हैं। अब तो बस हमें रगड़ा जा रहा है। सूत्रों के हवाले से खबर है कि पुलिस पूछताछ  में अतीक कई बार रोया और पुलिस से अपने बेटे के जनाजे में शामिल होने के लिए गुहार लगा रहा है। बता दें कि यही बात उसने कोर्ट में पेशी के दौरान भी सीएम योगी का जिक्र कर कहा था कि हम तो मिट्टी मिल ही चुके हैं। अब तो बस हमें रगड़ा जा रहा है। इसके अलावा उसने मीडिया के जरिए सरकार से गुहार लगाई थी कि मेरे बच्चों को परेशान ना किया जाए, लेकिन क्या करें, इंसान को उसके कर्मों की सजा यहीं मिल जाती है। अतीक ने ना महज खुद ही माफिया की दुनिया में कदम रखा, बल्कि अपने  बेटे असद, जो कि अब एनकाउंटर में मारा जा चुका है, उसे भी माफिया की दुनिया का ‘अ’ से अनार सिखाने की जिम्मेदारी अपने कांधों पर ली। माफिया के बारे में उसे अ से अनार का ज्ञान किसी और ने नहीं, बल्कि उसके चाचा अशरफ ने सिखाया था। अतीक अपने बेटे को वकील बनाना चाहता था, लेकिन उसकी काली करतूतों ने उसके बेटे को वकील नहीं बनने दिया।

बता दें कि अतीक ने अपने बेटे को विदेश में वकालत की पढ़ाई करने के लिए भेजने का प्लान बनाया था, लेकिन उसके  आपराधिक पृष्ठिभूमि की वजह से उसे पासपोर्ट नहीं मिल पाया। जिसके बाद असद ने पढ़ाई छोड़कर अपराध की दुनिया में कदम रखा। उसके खिलाफ पहला मुकदमा उमेश पाल हत्या मामले में ही दर्ज किया गया था, लेकिन उसका पहला मुकदमा ही आखिरी मुकदमा साबित हुआ। बता दें कि उमेश पाल हत्या मामले में अतीक के बेटे असद का नाम भी आया था। सामने आए सीसीटीवी फुटेज में वो उमेश पर फायरिंग करता हुआ नजर आ रहा है। उमेश पाल हत्या मामले में अतीक के परिजनों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। इसके बाद अतीक का पूरा परिवार फरारी काटने में सफल रहा। उधर, असद और गुलाम के ऊपर 5 लाख रुपए का इनाम भी घोषित किया गया था। बीते गुरुवार को दोनों आरोपियों को यूपी एसटीएफ ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया।

वहीं, अब अतीक और उसके भाई अशरफ से यूपी पुलिस आमने सामने बैठाकर पूछताछ कर रही है। पिछले 7  घंटे से दोनों माफियाओं से पूछताछ की जा रही है। अब तक की हुई पूछताछ में दोनों माफियाओं ने मामले को लेकर अपने गुनाहों का इकाबाल कर लिया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, अतीक का रो- रो कर बुरा हाल है। अब तो उसने यह भी कहने से गुरेज नहीं किया है कि आज उसे उसके कर्मों की सजा मिल रही है।