नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी रविवार को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने वाले हैं। राष्ट्रपति भवन में एनडीए सरकार का शपथ ग्रहण कार्यक्रम आयोजित होना है, इसके लिए पूरी दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद कर दी गई है। राष्ट्रपति भवन में चप्पे-चप्पे पर स्नाइपर्स तैनात किए गए हैं। सुरक्षाबल सड़क से लेकर आसमान तक पैनी नज़र बनाए हुए हैं। दिल्ली को नो फ्लाइंग जोन घोषित किया गया है, इस दौरान ड्रोन आदि उड़ाने पर रोक रहेगी। 9 और 10 जून को दिल्ली में धारा 144 लागू कर दी जाएगी। मोदी के शपथ ग्रहण में शामिल होने के लिए खास से लेकर आम आदमी तक को निमंत्रण भेजा गया है।
शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए विदेश से आने वाले खास मेहमानों में नेपाल के पीएम पुष्प कमल दहल प्रचंड, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे, मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू, मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ और सेशेल्स के राष्ट्रपति वेवेल रामखेलावन प्रमुख रूप से शामिल हैं। इन मेहमानों के रुकने की व्यवस्था दिल्ली के जिन होटलों में की गई है वहां भी सुरक्षा एजेंसियों ने सुरक्षा के पूरे इंतजाम किए हैं। इन मेहमानों को उनके होटल से राष्ट्रपति भवन तक ले जाए जाने के दौरान ट्रैफिक से संबंधित कोई समस्या न हो इसका भी प्लान तैयार है।
इसके अतिरिक्त शपथ ग्रहण समारोह में मजदूरों से लेकर लोको पायलट तक को भी निमंत्रण भेजा गया है। नई संसद भवन में जो मजदूर काम करने वाले उनको विशेष तौर से शपथ ग्रहण में बुलाया गया है। रांची के हटिया रेलवे डिवीजन में कार्यरत लोको पायलट एएसपी तिर्की को भी इस शपथ समारोह में आमंत्रित किया गया है जो वंदे भारत ट्रेन चलाते हैं। इनके अलावा ट्रांसजेंडर समुदाय के कुछ लोग भी इस शपथ ग्रहण समारोह में बतौर मेहमान शामिल होंगे, इसके लिए उन्हें निमंत्रण भेजा गया है। सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग और स्वच्छता अभियान से जुड़े कार्यकर्ताओं को भी समारोह में बुलाया गया है।