
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने मानहानि का नोटिस भेजा है। ममता के अलावा राज्यपाल ने टीएमसी के नवनिर्वाचित विधायक सयंतिका बनर्जी और रैयत हुसैन सरकार को भी नोटिस भेजकर माफी मांगने को कहा है। ममता बनर्जी और उनकी पार्टी के नेताओं द्वारा राज्यपाल को लेकर की गई टिप्पणी पर उनको यह नोटिस भेजा गया है। नोटिस में राज्यपाल की तरफ से कहा गया है कि माफी ना मांगने पर 11-11 करोड़ रुपए का मानहानि का दावा ठोका जाएगा। संभवत: ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी राज्यपाल ने सीएम और विधायकों को मानहानि का नोटिस भेजा हो।
दरअसल मई 2024 में पश्चिम बंगाल में बारानगर और भगवान गोला सीट विधानसभा सीटों पर विधानसभा उपचुनाव हुए जिसमें टीएमसी सयंतिका बनर्जी और रैयत सरकार ने जीत हासिल की। इन दोनों नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाने को लेकर राज्यपाल ने विधानसभा अध्यक्ष को शपथ का अधिकार नहीं दिया, बल्कि उन्होंने कहा कि डिप्टी स्पीकर दोनों को शपथ दिलाएं। वहीं इन दोनों विधायकों ने राजभवन को अपने लिए असुरक्षित बताते हुए वहां जाकर शपथ लेने से इनकार कर दिया था। इसी पूरे घटनाक्रम को लेकर बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राजभवन को लेकर गंभीर टिप्पणी की थी।
हालांकि कलकत्ता हाईकोर्ट ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को राजभवन या राज्यपाल पर किसी तरह की अपमानित करने वाली टिप्पणी ना करने के लिए कहा था बावजूद इसके ना सिर्फ ममता बनर्जी और उनके साथ उनकी पार्टी के नेताओं ने भी राज्यपाल के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए थे। इसी मामले को लेकर अब राज्यपाल ने मानहानि का नोटिस भिजवाया है। फिलहाल इस मामले पर ममता बनर्जी या उनकी सरकार की तरफ से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। चुनाव में दिए हफलनामे के मुताबिक ममता बनर्जी की संपत्ति 16 लाख रुपए जबकि सयंतिका बनर्जी की 45 लाख और रैयत हुसैन सरकार की कुल संपत्ति 3 करोड़ रुपए है।