नई दिल्ली। भारत रत्न से सम्मानित बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को दिल्ली के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया है। लालकृष्ण आडवाणी के बारे में बताया रहा है कि बीते करीब 2 हफ्ते से उनकी तबीयत काफी खराब है। इसके बाद उनको अस्पताल ले जाया गया। इससे पहले जुलाई 2024 में भी तबीयत बिगड़ने के कारण लालकृष्ण आडवाणी को अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जून में भी आडवाणी की तबीयत अचानक बिगड़ गई थी। जिसके बाद 26 जून की रात उनको एम्स में दाखिल कराना पड़ा था।
लालकृष्ण आडवाणी को मोदी सरकार ने राजनीति में उनकी सेवाओं के लिए भारत रत्न सम्मान दिया था। लालकृष्ण आडवाणी केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में डिप्टी पीएम और गृहमंत्री थे। साल 2009 में बीजेपी ने लालकृष्ण आडवाणी को अपना पीएम चेहरा बनाकर लोकसभा का चुनाव भी लड़ा था, लेकिन यूपीए सरकार बनन से आडवाणी का पीएम बनने का सपना पूरा नहीं हो सका था। साल 2014 में मोदी के केंद्र की राजनीती में आने के बाद बीजेपी ने लालकृष्ण आडवाणी समेत कई नेताओं को मार्गदर्शक मंडल में जगह दी थी। इसके साथ ही सक्रिय राजनीति से बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के युग की समाप्ति हो गई थी।
लालकृष्ण आडवाणी का जन्म 8 नवंबर 1927 को कराची में हुआ था। विभाजन के दौरान उनका परिवार पाकिस्तान से भारत आ गया। राजनीति में आने से पहले लालकृष्ण आडवाणी ने पत्रकारिता भी की। वो फिल्म क्रिटिक के तौर पर काम करते थे। 1942 में लालकृष्ण आडवाणी ने आरएसएस ज्वॉइन की थी। लालकृष्ण आडवाणी 1986 से 1990 और फिर 1993 से 1998 और 2004 से 2005 तक बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे। अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी की जोड़ी ने बीजेपी को फर्श से अर्श तक पहुंचाया। इसमें राम मंदिर आंदोलन के दौरान आडवाणी की सोमनाथ से अयोध्या रथ यात्रा का बड़ा हाथ रहा। इस रथ यात्रा के दौरान बिहार में लालू प्रसाद यादव की तत्कालीन सरकार ने उनको गिरफ्तार किया था। जिसके कारण केंद्र में वीपी सिंह की जनता दल सरकार का पतन हुआ था।