श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रहे आतंकी हमलों को रोकने में जुटे सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली है। सेना और सुरक्षाबलों के जवानों ने लश्कर-ए-तैयबा और द रेजिस्टेंस फोर्स यानी टीआरएफ के 15 लाख के इनामी आतंकी अबु उस्मान को श्रीनगर के खानयार इलाके में मार गिराया। वहीं, अनंतनाग के हलकान गली लारनू में 5 लाख का इनामी आतंकी अरबाज मीर अपने साथी आतंकी के साथ ढेर किया गया। अबु उस्मान को मुठभेड़ में मार गिराने से लश्कर-ए-तैयबा को बड़ा झटका लगा है। अबु उस्मान अफगानिस्तान में भी लड़ चुका था। वो कश्मीर घाटी में युवाओं की भर्ती कर आत्मघाती हमले की फिराक में था। सुरक्षाबलों के मुताबिक अबु उस्मान 2 दिन पहले ही श्रीनगर आया था। उसके खानयार इलाके में होने की खबर पर सेना और सुरक्षाबलों ने तलाशी अभियान चलाया और कई घंटे की मुठभेड़ के बाद अबु उस्मान को मार दिया।
पाकिस्तान में अबु उस्मान का आका सैफुल्लाह उर्फ सज्जाद जट्ट है। बीते 3 साल से सुरक्षाबल लगातार अबु उस्मान की तलाश में जुटे थे। उसने कश्मीर घाटी में टारगेट किलिंग कराई थी। अबु उस्मान के निशाने पर मुख्य रूप से अप्रवासी, अल्पसंख्यक और पुलिसकर्मी रहते थे। अबु उस्मान मुख्य रूप से पाकिस्तान का ही रहने वाला था। पहले भी दो बार वो घुसपैठ कर जम्मू-कश्मीर आया था। 4 साल पहले अबु उस्मान ने तीसरी बार कश्मीर घाटी में घुसपैठ की थी। वो उत्तरी और मध्य कश्मीर में तमाम आतंकी घटनाओं में शामिल रहा। उसके मारे जाने के बाद अब पता किया जा रहा है कि कितने युवाओं को अबु उस्मान ने आतंकी संगठन में शामिल किया था।
जम्मू-कश्मीर में इस साल 9 जून से लगातार आतंकी घटनाएं हो रही हैं। सेना के अलावा प्रवासी मजदूरों को निशाना बनाया जा रहा है। बीते दिनों एक सुरंग निर्माण में जुटे मजदूरों को आतंकियों ने निशाना बनाया था और डॉक्टर समेत कई की जान ली थी। इसके बाद ही केंद्र सरकार ने सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस समेत सुरक्षाबलों को आतंकियों के सफाए के लिए बड़ा ऑपरेशन चलाने के निर्देश दिए। इस निर्देश के बाद ही बीते कुछ हफ्तों में सुरक्षाबलों ने कई आतंकियों को ढेर किया है। जानकारी के मुताबिक जम्मू-कश्मीर में करीब 250 आतंकी सक्रिय हैं। इन सभी को ठिकाने लगाने की रणनीति बनाई गई है।