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Sanjay Bhandari Extradition: मोदी सरकार की बड़ी जीत, वाड्रा के ‘करीबी’ संजय भंडारी का होगा ब्रिटेन से प्रत्यर्पण
इस वक्त की बड़ी खबर प्रकाश में आ रही है और इस खबर को मोदी सरकार की बड़ी जीत बताया जा रहा है। बता दें कि वाड्रा के करीबी संचय भंडारी का ब्रिटेन से प्रत्यर्पण कराने का रास्ता साफ हो चुका है।
नई दिल्ली। इस वक्त की बड़ी खबर प्रकाश में आ रही है और इस खबर को मोदी सरकार की बड़ी जीत बताया जा रहा है। बता दें कि वाड्रा के करीबी संजय भंडारी का ब्रिटेन से प्रत्यर्पण कराने का रास्ता साफ हो चुका है। ब्रिटेन के वेस्टमिंस्टर कोर्ट ने संजय भंडारी के खिलाफ यह फैसला सुनाया है। जिसमें भंडारी के प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी गई है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, भगोड़े एजेंट संजय भंडारी को पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के दौरान किए गए हथियारों के लेन-देन के संबंध में विदेशी कंपनियों से कथित तौर पर 400 करोड़ रुपए से अधिक का भुगतान प्राप्त हुआ था। बता दें कि भंडारी को जुलाई 2020 में प्रत्यर्पण वारंट के आधार पर गिरफ्तार किया गया था। जिसके खिलाफ उसने वेस्टमिंस्टर कोर्ट का रूख किया था।
This is big: Uk 🇬🇧 to extradite Sanjay Bhandari to India. He is accused of money laundering & tax evasion. Bhandari is wanted in multiple cases registered by @dir_ed & CBI. Bhandari is said to be a close aide of Robert Vadra & has been involved in arms & petroleum deals.
— Pramod Kumar Singh (@SinghPramod2784) November 7, 2022
भारत ने की थी ब्रिटेन से अपील
भारत ने भंडारी को भगौड़ा घोषित कर रखा है। भारत ने भंडारी के प्रत्यर्पण की अपील ब्रिटेन से की थी। भारत में उस पर सीबीआई और ईडी की ओर से मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप भी तय किए जा चुके हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 16 जून 2020 को तत्कालीन ब्रिटिश गृह मंत्री प्रीति पटेल ने भारत द्वारा प्रत्यर्पण के आग्रह को स्वीकार कर लिया था। जिसके बाद भंडारी को गिरफ्तार कर लिया गया था। लेकिन भंडारी ने अपनी गिरफ्तारी के विरुद्ध कोर्ट का रूख किया।
इन शर्तों पर मिली जमानत
हालांकि, भंडारी को कोर्ट ने 1.20 लाख पाउंड की सिक्योरिटी के साथ अपना पासपोर्ट जमा कराने, मध्य लंदन स्थित घर में नजरबंद रहने और नजदीकी पुलिस स्टेशन में रोजाना हाजिरी लगाने सहित अन्य शर्तों पर जमानत दे दी थी।
भंडारी है कांग्रेस का करीबी
वहीं, कुछ मीडिया रिपोर्ट में यह दावा गया है कि भंडारी प्रियंका गांधी वाड्रा के पति रॉबट वाड्रा का करीबी भी है। हालांकि, इसे लेकर हमेशा ही संशय के बादल मंडराते रहे हैं ,लेकिन अब माना जा रहा है कि भंडारी को मिली प्रत्यर्पण की मंजूरी के बाद भारत में बीजेपी और कांग्रेस के बीच जुबानी जंग तेज हो सकती है। अब ऐसी स्थिति में यह पूरा माजारा आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।
UK court clears arms dealer Sanjay Bhandari’s extradition.
Bhandari is accused of laundering, tax evasion.
India Today’s @MunishPandeyy gets us all the details.#ITVideo| @Chaiti pic.twitter.com/KP9qkmsTec— IndiaToday (@IndiaToday) November 7, 2022
जानिए क्या होता प्रत्यर्पण?
प्रत्यर्पण वह प्रक्रिया है, जिसमें एक देश दूसरे देश से किसी ऐसे व्यक्ति को वापस करने का अनुरोध करता है, जिसे अनुरोध करने वाले देश द्वारा अभियुक्त या दोषी बताया गया हो। प्रत्यर्पित व्यक्ति में वो लोग शामिल होते हैं, जो किसी अपराध में आरोपी या दोषी सिद्ध किए जा चुके होते हैं। लेकिन, देश में ना होने की वजह से उसके विरुद्ध विधिक कार्रवाई नहीं की जा रही है। बता दें कि भारत और ब्रिटेन के बीच 1992 में प्रत्यर्पम संधि हुई थी।