Pakistan: जम्मू-कश्मीर में जी-20 के आयोजन से तिलमिलाए बिलावल भुट्टो, भारत के खिलाफ उगला जहर

Pakistan: अपने संबोधन में बिलावल ने जी-20 के आयोजन पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में जी-20 के सम्मेलन को अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताया और कहा कि भारत इस सम्मेलन के माध्यम से आम कश्मीरियों की आवाज को दबाने की कोशिश कर रहा है।

सचिन कुमार Written by: May 22, 2023 2:51 pm

नई दिल्ली। हर वैश्विक मंच पर जम्मू-कश्मीर को लेकर जहर उगलने वाला पाकिस्तान अब बर्दाश्त नहीं कर पा रहा है कि आखिर घाटी में कैसे जी -20 की बैठक हो रही है। जी-20 की बैठक में बाधा पहुंचाने के लिए पहले आतंकियों की ओर से नापाक करतूतों को अंजाम दिया गया, लेकिन भारत ने पाक की नापाक करतूतों को नाकाम करते हुए घाटी में जी-20 सम्मलेन के आयोजन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई। इसी संदर्भ में बीते दिनों फैसला लिया गया कि आतंकियों के संभावित हमलों को ध्यान में रखते हुए जी-20 की बैठक को गुलमर्ग में आयोजित किया जाएगा, लेकिन बाद में गुलमर्ग के होटल से एक आतंकी को गिरफ्तार किया गया जिसने पूछताछ में खुलासा किया था कि वो 26/11 तर्ज पर घाटी में आतंकी हमला करने की फिराक में था,  जिसे ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया कि यह बैठक गुलमर्ग की जगह श्रीनगर में आयोजित किया जाएगा। वहीं, अब इस पर पाकिस्तानी विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो का बयान सामने आया है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में जी-20 के सम्मेलन को लेकर अपनी बौखलाहट दिखाई है। बता दें कि बिलावल भुट्टो आज पीओके विधानसभा सत्र को संबोधित करने पहुंचे।

Bilawal Bhutto Zardari Remark

अपने संबोधन में बिलावल ने जी-20 के आयोजन पर आपत्ति जताई। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में जी-20 के सम्मेलन को अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताया और कहा कि भारत इस सम्मेलन के माध्यम से आम कश्मीरियों की आवाज को दबाने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि भारत दुनिया के लिए कभी-भी एक प्रभावी भूमिका नहीं निभा सकता है। उन्होंने कहा कि मुझे ऐसे वक्त में पीओके में विधानसभा के विशेष सत्र को संबोधित करने के लिए आमंत्रित किया गया है, जब जम्मू-कश्मीर में जी 20 की बैठक हो रही है और विभिन्न देशों के अध्यक्षों को इसमें शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है। बता दें कि पीओके के विधानसभा में विशेष सत्र को संबोधित करने के बाद उन्हें मंगलवार को एक विरोधी रैली में शामिल होना है।

सोमवार से जी-20 टूरिज्म ग्रुप की बैठक श्रीनगर में होने जा रही है, जिसमें बड़ी संख्या में निवेशकों को आमंत्रित किया गया है। निसंदेह निवेशकों को आमंत्रित किए जाने से घाटी में निवेश के द्वारा खुलेंगे और स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के साधन उपलब्ध होंगे। ध्यान रहे कि जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा प्रदान करने वाले अनुच्छेद 370 को निरस्त किए जाने के बाद यह पहला अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन है, जिसका आयोजन घाटी में होने जा रहा है। बहरहाल, अब आगामी दिनों में इस पर पाकिस्तान की ओर से क्या प्रतिक्रिया आती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।