नई दिल्ली। कर्नाटक में किसकी सरकार बनेगी? कांग्रेस, बीजेपी या जेडीएस….! फिलहाल, इस पर कोई भी टिप्पणी कर पाना मुश्किल है, क्योंकि अभी ना तो चुनाव हुए हैं और ना ही चुनावी नतीजे आए हैं। अभी तो महज़ चुनाव प्रचार का सिलसिला ही जारी है, जिसमें सभी दलों के नेता खुद को एक-दूसरे से बेहतर बताने की होड़ में लगे हैं। अब सूबे की जनता अपने लिए किसे बेहतर नेता के रूप में देखती है? यह तो फिलहाल 13 मई यानी की नतीजों के दिन ही स्पष्ट हो पाएगा, लेकिन उससे पहले कुछ सर्वे सामने आए हैं, जिसमें सूबे की जनता के मूड को दर्शाया गया है। दरअसल, इस सर्वे में चुनाव से पहले यह बता दिया गया है कि मुख्तलिफ सियासी दलों में से सूबे में किसकी सरकार बनने जा रही है? कांग्रेस, बीजेपी या जेडीएस। ध्यान रहे कि यह महज सर्वे है, तो मेहरबानी करके आप इसे खुद के लिए एक अंतिम सत्य के तौर पर मत देख लीजिएगा, तो आइए डालते हैं एक नजर इस सर्वे पर…।
जी न्यूज मैटराइज के सर्वे के मुताबिक, 225 विधानसभा सदस्यीय सीट कर्नाटक में सत्ताधारी बीजेपी के खाते में 113 से 118 सीटें जाती हुई नजर आ रही हैं, तो वहीं मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के खाते में 82 से 97 सीटें जाती हुई नजर आ रही हैं। वहीं जेडीएस 28 से 33 सीटों के बीच सिमटती हुई नजर आ रही है। इसके अलावा अन्य दलों के खाते में 1 से चार सीटें जाती हुई नजर आ रही हैं, तो इस तरह इन सर्वों ने साफ कर दिया है कि सूबे में एक बार फिर बीजेपी की सरकार बनती हुई नजर आ रही है। आइए, अब जरा आगे जान लेते हैं कि आखिर गत विधानसभा चुनाव में विभिन्न सियासी दलों की स्थिति कैसी थी?
गत चुनाव में कैसा था प्रदर्शन?
2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के खाते में सेंट्रल कर्नाटक से 43.3 फीसद सीटें आई थी। वहीं तटीय कर्नाटक से 51.5 सीटें आई थी। ग्रेटर बेंगलुरु शहर से 39 फीसद सीटें आई थी। हैदराबाद कर्नाटक से 39.7 फीसद सीटें आई थी। वहीं, मुंबई कर्नाटक से 44.7 सीटें आई थी। उधर, मैसूर कर्नाटक से 17.6 फीसद सीटें आई थीं।
कैसा था कांग्रेस का प्रदर्शन
2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के खाते में सेंट्रल कर्नाटक से 34.2 फीसद सीटें आई थी। वहीं तटीय कर्नाटक से 39.6 सीटें आई थी। ग्रेटर बेंगलुरु शहर से 40.5 फीसद सीटें आई थी। हैदराबाद कर्नाटक से 42.6 फीसद सीटें आई थी। वहीं, मुंबई कर्नाटक से 39.9 फीसद सीटें आई थी। उधर, मैसूर कर्नाटक से 34.7 फीसद सीटें आई थीं।
कैसा था जेडीएस का प्रदर्शन
2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के खाते में सेंट्रल कर्नाटक से 16.6 फीसद सीटें आई थी। वहीं तटीय कर्नाटक से 5.6 सीटें आई थी। ग्रेटर बेंगलुरु शहर से 17.5 फीसद सीटें आई थी। हैदराबाद कर्नाटक से 12.0 फीसद सीटें आई थी। वहीं, मुंबई कर्नाटक से 6.7 फीसद सीटें आई थी। उधर, मैसूर कर्नाटक से 38.5 फीसद सीटें आई थीं।
अब 2023 में कैसा है जनता का मूड?
वहीं, अगर 2023 में जनता के बीच बात करें, तो राजनीतिक हवा बीजेपी के पक्ष में नजर आ रही है। यकीन ना हो तो सामने आए इन चुनाव सर्वों को ही देख लीजिए। बता दें कि इस विधानसभा चुनाव में बीजेपी के खाते में सेंट्रल कर्नाटक से 44.4 फीसद सीटें आती हुई नजर आ रही है। वहीं तटीय कर्नाटक से 51.8 सीटें जाती हुई नजर आ रही हैं। ग्रेटर बेंगलुरु से 42.44 फीसद सीटें जाती हुई नजर आ रही है। हैदराबाद कर्नाटक से 41.6 सीटें जाती हुई नजर आ रही है। उधर, मुंबई कर्नाटक से 45.8 फीसद सीटें जाती हुई नजर आ रही है। मैसूर कर्नाटक से 26.6 सीटें जाती हुई नजर आ रही है।