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Bihar: नीतीश और आरजेडी से ‘खेला’ करने की तैयारी में बीजेपी, बनाया ये गेमप्लान!

आंकड़ों के मुताबिक उपेंद्र कुशवाहा और चिराग का दबदबा 15 लोकसभा सीटों पर है। उपेंद्र कुशवाहा कोइरी जाति के हैं। इस जाति की 3 फीसदी आबादी है। वहीं, चिराग की जाति की आबादी बिहार में 5 फीसदी है।

नई दिल्ली। बिहार में बीजेपी ने सीएम नीतीश कुमार और लालू यादव की पार्टियों जेडीयू और आरजेडी का खेल बिगाड़ने की तैयारी करनी शुरू कर दी है। इसके लिए बीजेपी नीतीश की पार्टी में शामिल उपेंद्र कुशवाहा और चिराग पासवान को एक बार फिर अपने साथ लाने की कवायद में जुटी है। आने वाले दिनों में उपेंद्र और चिराग अगर बीजेपी के साथ फिर दिखे, तो इससे नीतीश और आरजेडी के बिहार में लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी को पटकनी देने के मंसूबे धराशायी हो सकते हैं। बता दें कि साल 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी के साथ उपेंद्र कुशवाहा और चिराग पासवान के पिता रामविलास पासवान थे। इस गठबंधन ने बिहार के 40 में से 31 लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज की थी।

upendra kushwaha and chirag paswan
उपेंद्र कुशवाहा और चिराग पासवान की फाइल फोटो।

आंकड़ों के मुताबिक उपेंद्र कुशवाहा और चिराग का दबदबा 15 लोकसभा सीटों पर है। उपेंद्र कुशवाहा कोइरी जाति के हैं। इस जाति की 3 फीसदी आबादी है। वहीं, चिराग की जाति की आबादी बिहार में 5 फीसदी है। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने रामविलास पासवान की पार्टी को 7 और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी को 3 सीटें दी थीं। इनमें से पासवान की पार्टी ने 6 और उपेंद्र के सभी 3 उम्मीदवार जीते थे। बाद में उपेंद्र की बीजेपी नेतृत्व से खटपट हो गई। वो नीतीश के साथ चले गए। वहीं, चाचा पशुपति पारस को मंत्री बनाए जाने से चिराग भी बीजेपी से दूर हुए। हालांकि, चिराग हमेशा कहते रहे कि वो पीएम नरेंद्र मोदी के हनुमान हैं।

nitish

फिलहाल उपेंद्र कुशवाहा दिल्ली के एम्स में इलाज करा रहे हैं। खबर ये है कि उनसे मिलने बीजेपी के कुछ नेता गए थे। इस बारे में बिहार बीजेपी के संजय जायसवाल ने खुलकर कुछ नहीं कहा। संजय जायसवाल ने ये कहा कि हम लोग तो सभी का हालचाल लेते रहते हैं। जब लालू यादव बीमार थे, तब भी हमने हालचाल लिया था। वहीं, अपनी पार्टी जेडीयू की संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के बीजेपी के साथ जाने के सवाल पर नीतीश कुमार भी तीखी प्रतिक्रिया देने से दूर रहे। उन्होंने कहा कि उन्हें उपेंद्र के बीजेपी के साथ जाने के बारे में कोई जानकारी नहीं है। नीतीश ने साथ ही ये भी जोड़ा कि सभी को कहीं भी आने-जाने का अधिकार है।